एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : पाकिस्तान के खिलाफ दंडात्मक उपायों की श्रृंखला के तहत भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने से पड़ोसी देश के कृषि क्षेत्र पर बड़ा असर पड़ा है।
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किसानों को खरीफ (ग्रीष्मकालीन फसल) की बुआई खराब होने का डर है, क्योंकि दो प्रमुख बांधों - झेलम पर मंगला और सिंधु पर तरबेला - में जल भंडारण कम हो गया है। ये बांध पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांतों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने और पनबिजली पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अधिकारियों ने कहा कि इस महीने खरीफ की शुरुआती बुआई के मौसम में स्थिति और खराब होने की संभावना है।
गंभीर खतरे से चिंतित पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को ग्लेशियर संरक्षण पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की। एक बयान में पाकिस्तान के सिंधु नदी प्रणाली प्राधिकरण ने कहा कि भारत की कम आपूर्ति के कारण मराला में चिनाब नदी के प्रवाह में अचानक गिरावट से खरीफ सीजन की शुरुआत में और कमी आएगी।