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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: ईसीएल में एक विशेष अभियान के जरिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ऑक्यूपेशनल हेल्थ (एनआईओएच) द्वारा दस वर्षों से ज्यादा सक्रिय खनन से जुड़े कोयला कर्मियों का स्वास्थ्य सर्वेक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार से कुनुस्तोड़िया क्षेत्रीय अस्पताल में शिविर लगाया गया है। यहां आने वाले दस दिनों में कुनुस्तोड़िया, सातग्राम-श्रीपुर, सोदपुर, सालानपुर, काजोड़ा व मुगमा क्षेत्र के कुल 720 कर्मियों का ऑक्यूपेशनल हेल्थ सर्वे किया जाएगा। इससे पहले क्षेत्रीय सभागार में सर्वे के उद्देश्य और इसकी रूपरेखा पर आलोचना सभा का आयोजन किया गया जंहा क्षेत्रीय महाप्रबंधक एस सी मित्रा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
वहीं नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ऑक्यूपेशनल हेल्थ (एनआईओएच) की ओर से डॉ॰ सारंग धत्रक और डॉ॰ अंकित विरमजामी तथा ईसीएल मुख्यालय की ओर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ जयजीत मुखर्जी और मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ॰ प्रियंका बनर्जी उपस्थित थीं। इनके अलावा सभागार में क्षेत्रीय कार्मिक अधिकारी राजेश त्रिवेदी, क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ बिश्वजीत बंद्योपाध्याय सहित क्षेत्र के अन्य चिकित्सक व अधिकारी एवं सतग्राम-श्रीपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ पासवान उपस्थित रहे। इस मौके पर क्षेत्रीय महाप्रबंधक एस सी मित्रा ने कहा कि हमारे श्रमिकों के स्वास्थ्य-हित के मद्देनज़र नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ऑक्यूपेशनल हेल्थ (एनआईओएच) की ओर से यह सर्वे काफ़ी महत्वपूर्ण और प्रासंगिक है। उन्होंने आगे कहा कि इस हेल्थ सर्वे से खनन गतिविधियों से जुड़े हमारे साथियों की स्वास्थ्य जाँच तो होगी ही और किसी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर उसका यथोचित समाधान भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कि उनको विश्वास है कि इससे उनके बीच स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारी जितना स्वस्थ रहेंगे उतना ही वह और ज्यादा बढ़-चढ़कर अपने कार्य में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और बीमारी के पीछे जो खर्च होगा उसमें भी कटौती हो सकती है इसलिए यह सर्वे बहुत महत्वपूर्ण है।