टोनी आलम,एएनएम न्यूज़: पिछले सप्ताह अंडाल ब्लॉक के उखड़ा सामुदायिक भवन में आयोजित टीएमसी की कर्मी सभा से पहले टीएमसी जिला अध्यक्ष के सामने पंचायत सदस्य आशीष भट्टाचार्य, तृणमूल नेता संध्या धीवर, रीता देवी सिंह के साथ कई टीएमसी कर्मियों ने ब्लॉक अध्यक्ष कालोबरण मंडल पर पार्टी में मनमानी करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें पद से बर्खास्त करने की मांग की थी।
इस घटना के बाद तृणमूल के दो गुट खुल कर आमने सामने आ गए है। कालोबरण मंडल के समर्थन में 17 अगस्त को जिला परिषद सदस्य विष्णु देव नोनिया एवं 23 अगस्त को खान्द्रा ग्राम पंचायत के प्रधान श्यामल अधिकारी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कालोबरण मंडल का बचाव किया था। इन्होंने कालोबरण मंडल पर लगे सभी आरोपों को एक साजिश करार दिया था।
इसके बाद शुक्रवार को खान्द्रा अंचल सभापति आशीष भट्टाचार्य ने एक कार्यक्रम के जरिए कालोबरण मंडल का विरोध किया। उन्होंने बताया कि किसी बड़े कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए हमें सूचना नहीं दी जाती। ब्लॉक सभापति संगठन को दो भागों में विभाजित कर रहे है। उन्होंने खान्द्रा ग्राम पंचायत के प्रधान श्यामल अधिकारी पर भी पार्टी विरोधी कार्यों में संलिप्तता के आरोप लगाए। कहा प्रधान सिर्फ कागज पर प्रगति कार्य के दावे पेश करते है। ब्लॉक अध्यक्ष एवं प्रधान की मिलीभगत से कोई भी टेंडर सिर्फ पंचायत सदस्य के करीबियों को दिया जा रहा है। एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट जो एक की एक सरकारी पद पर विराजमान है ऐसे लोगों को सरकारी काम कराने का दायित्व सौंपा जा रहा है।
पूरे ग्राम पंचायत क्षेत्र में कहीं भी किसी योजना का बोर्ड नहीं लगा है क्योंकि योजनाओं के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार किया गया है। इन सब बातों का विरोध करने पर हमें पार्टी से निष्कासित करने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इन सब मामलों को लेकर उन्होंने पार्टी शेष नेतृत्व के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है।