Vande Mataram

Om Birla
जानकारी के मुताबिक, सदन के प्रारंभ में स्पीकर ओम बिरला ने वंदे मातरम को भारत की आत्मा, एकता, संस्कृति और अदम्य शक्ति का जीवंत प्रतिबिंब बताया। ओम बिरला ने कहा कि बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित यह गीत आज भी हर भारतीय के हृदय में गहराई से बसता है।