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Prime Minister Modi
एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : पीएम मोदी ने पार्लियामेंट में कहा, "हमारे वीर सपूत बिना किसी डर के फांसी पर चढ़ जाते थे और आखिरी सांस तक वंदे मातरम बोलते थे। खुदीराम बोस, असफाक उल्लाह खान, राम प्रसाद बिस्मिल, रोशन सिंह, राजेंद्रनाथ लाहिड़ी... हमारे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानी वंदे मातरम बोलते हुए फांसी के तख्ते को चूमते थे। यह अलग-अलग जिलों में होता था, लेकिन सबका मंत्र एक ही था, वंदे मातरम। जब अंग्रेजों ने 1905 में बंगाल का बंटवारा किया, तो वंदे मातरम पहाड़ की तरह खड़ा था।"
फिर उन्होंने कहा, "यह नारा हर गली की आवाज बन गया। अंग्रेज बंगाल के बंटवारे के जरिए भारत की ताकत को कमजोर करने की तरफ बढ़ रहे थे, लेकिन 'वंदे मातरम' अंग्रेजों के लिए एक चुनौती और देश के लिए ताकत का पिलर बन गया। 'वंदे मातरम' बंगाल की एकता के लिए हर गली का नारा बन गया, और इस नारे ने बंगाल को इंस्पायर किया।"
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