स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: डीएसएससी वेलिंगटन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत भविष्य के लिए तैयार, तकनीक संचालित सेना का निर्माण कर रहा है और बहु-क्षेत्रीय युद्ध में संयुक्त अभियानों पर जोर दिया। वेलिंगटन कैंटोनमेंट, तमिलनाडु: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को वेलिंगटन में रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) में 80वें स्टाफ कोर्स के दीक्षांत समारोह के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों और मित्र विदेशी देशों के अधिकारियों को संबोधित किया। अपने मुख्य भाषण में सिंह ने भारतीय सेना को तकनीकी रूप से उन्नत और युद्ध के लिए तैयार सेना में बदलने के लिए सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने जोर देकर कहा, "स्वदेशी, भविष्य के लिए तैयार रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण न केवल एक आकांक्षा है, बल्कि एक रणनीतिक आवश्यकता भी है।"
आधुनिक युद्ध की बदलती प्रकृति पर प्रकाश डालते हुए सिंह ने कहा कि आज के युद्धक्षेत्रों में सेवाओं के बीच एकजुटता और बहु-क्षेत्रीय वातावरण में परिचालन संबंधी तैयारियों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, "सशस्त्र बलों को आज के लगातार बदलते युद्धक्षेत्र में संयुक्त रूप से काम करना चाहिए और भविष्य के लिए तैयार रहना चाहिए, जो भूमि, समुद्र, वायु, साइबर और अंतरिक्ष तक फैला हुआ है।"उन्होंने डीएसएससी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अधिकारियों की सराहना करते हुए उन्हें “भारत के भावी सैन्य नेतृत्व के निर्माता” बताया तथा उन्हें रणनीतिक सोच और अंतर-सेवा सहयोग अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। 80वें स्टाफ कोर्स में भारत की सेना, नौसेना और वायुसेना के अधिकारियों के साथ-साथ कई मित्र देशों के प्रतिनिधिमंडलों ने भी हिस्सा लिया। सिंह के संबोधन ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और आधुनिकीकरण के लिए भारत के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित किया।