Muzaffarpur

janamashtami
शहर से लेकर गांव तक, मंदिरों और घरों में भक्त 'नंद के घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की' और 'गोविंदा आला रे' के जयकारों पर नाचते रहे। हर तरफ भक्ति का ऐसा माहौल था मानो नंदलाल स्वयं अवतरित होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हों।