एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: राज्य सरकार (state government) ने विधानसभा में एक बयान में यह खुलासा किया कि लक्ष्मी भंडार (Lakshmi Bhandar) परियोजना पर राज्य ने अब तक कितनी धनराशि खर्च की है। महिला एवं बाल कल्याण मंत्री शशि पांजा ने शुक्रवार को विधानसभा के बादल सत्र में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त लक्ष्मी भंडार के लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ 98 लाख 37 हजार 31 है। लक्ष्मी भंडार के लिए अब तक सरकारी खजाने से करीब 22 हजार 49 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके हैं। मंत्री ने कहा कि 2018 से चल रही सरकार की एक अन्य परियोजना रूपश्री पर सरकार ने 4 हजार 126 करोड़ रुपये खर्च किये हैं। मई 2021 में तीसरी बार सत्ता में आने के बाद से राज्य सरकार ने इस योजना के तहत भारी रकम भी खर्च की है। 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने सत्ता में वापसी पर बंगाल (West Bengal) की महिलाओं के लिए लक्ष्मी भंडार शुरू करने का वादा किया था। सितंबर 2021 से इस योजना के तहत बंगाल की महिलाओं को मासिक पैसा दिया जाने लगा है। इस योजना में सामान्य महिलाओं को 500 रुपये प्रति माह और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को 1000 रुपये दिये जाते हैं।