हाईकोर्ट के न्यायाधीश की उपस्थिति में कानूनी जागरूकता शिविर

शुक्रवार को पांडवेश्वर के त्रिणांकुर और द लीगल एंड एडवाइजरी सोसाइटी की संयुक्त पहल पर पांडवेश्वर बांकोलार में एक कानूनी जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इस कानूनी जागरूकता शिविर में विशेष अतिथि के रूप में कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अरिंदम मुखर्जी और शाहिदुल्ला मुंशी, उप-मंडल मजिस्ट्रेट (दुर्गापुर), पांडवेश्वर विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, ओसी अंडाल, बीडीओ अंडाल के अलावा और कई जिला न्यायालय के वकील उपस्थित थे। न्यायाधीशों ने न्यायिक प्रणाली में लोक अदालत की भूमिका पर भी प्रकाश डाला, जो उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में नि: शुल्क परीक्षण प्राप्त कर सकते हैं।

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Jagganath Mondal
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Legal Awareness Camp

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टोनी आलम, एएनएम न्यूज: कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की उपस्थिति में कानूनी जागरूकता शिविर। शुक्रवार को पांडवेश्वर के त्रिणांकुर और द लीगल एंड एडवाइजरी सोसाइटी की संयुक्त पहल पर पांडवेश्वर बांकोलार में "कलरब" नामक एक निजी हॉल में एक कानूनी जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इस कानूनी जागरूकता शिविर में विशेष अतिथि के रूप में कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अरिंदम मुखर्जी और शाहिदुल्ला मुंशी, उप-मंडल मजिस्ट्रेट (दुर्गापुर) सौरभ चटर्जी, पांडवेश्वर विधायक नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती, ओसी अंडाल शांतनु अधिकारी, बीडीओ अंडाल सुदीप्त बिस्वास के अलावा और कई जिला न्यायालय के वकील उपस्थित थे। इस अधिनियम के आज के जागरूकता शिविर में उच्च न्यायालय के प्रतिष्ठित न्यायाधीशों ने संविधान के तहत मुकदमे के अधिकार और कानूनी प्रक्रिया सहित विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। न्यायमूर्ति शाहिदुल्लाह मुंशी ने कहा कि कानून का पालन करना नागरिकों का कर्तव्य है और न्याय और कानूनी सहायता तक पहुंच नागरिकों का मौलिक अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा, विभिन्न कारणों से कई बार सुनवाई में देरी होती है लेकिन सुनवाई निष्पक्ष होती है। न्यायाधीशों ने न्यायिक प्रणाली में लोक अदालत की भूमिका पर भी प्रकाश डाला, जो उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में नि: शुल्क परीक्षण प्राप्त कर सकते हैं।