स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: दुनियाभर में तेजी से बदलती जलवायु अब खेती को सीधे तौर पर प्रभावित कर रही है। जानकारी के मुताबिक, वैश्विक तापमान में वृद्धि और सूखे की बढ़ती घटनाओं के कारण प्रमुख खाद्य फसलों जैसे गेहूं, मक्का और जौ की पैदावार में गंभीर गिरावट आई है।
यह जानकारी स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के अध्ययन में सामने आई है। इसके नतीजे अंतरराष्ट्रीय जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित किए गए हैं। अध्ययन के अनुसार जलवायु परिवर्तन के चलते गेहूं की पैदावार में औसतन 10 फीसदी, मक्के में 4 फीसदी, जबकि जौ की उपज में 13 फीसदी तक की कमी देखी गई है। ज्यादातर मामलों में यह नुकसान इतना बड़ा है कि वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड के बढ़ने से मिलने वाले फायदों को भी पीछे छोड़ देता है, जबकि यह ग्रीन हाउस गैस प्रकाश संश्लेषण को बढ़ावा देकर पौधों की बढ़त और उपज में सुधार कर सकती है। इसका मतलब यह है कि यदि जलवायु परिवर्तन जैसी चरम परिस्थितियां न होतीं, तो इन फसलों की पैदावार मौजूदा स्तर से कहीं बेहतर होती। शोधकर्ताओं का कहना है कि बढ़ती गर्मी और हवा में नमी की कमी, दोनों मिलकर फसलों पर नकारात्मक असर डाल रहे हैं।