खेतों और कब्रिस्तान में घुसा पानी, फसल बर्बादी की कगार पर

जामुड़िया थाना अंतर्गत धोबा डांगा गांव के ग्रामीण इन दिनों गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव के पास बरसात के पानी की निकासी के लिए वर्षों से एक प्राकृतिक नाला मौजूद था, जिससे खेतों में पानी नहीं भरता था।

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Jagganath Mondal
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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : जामुड़िया थाना अंतर्गत धोबा डांगा गांव के ग्रामीण इन दिनों गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव के पास बरसात के पानी की निकासी के लिए वर्षों से एक प्राकृतिक नाला मौजूद था, जिससे खेतों में पानी नहीं भरता था। लेकिन चरणपुर क्षेत्र में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) द्वारा खदान की खुदाई और ओम शारदा ग्रुप द्वारा किए गए निर्माण कार्य के चलते इस नाला को पत्थर और मिट्टी डालकर पूरी तरह बंद कर दिया गया।

ग्रामीणों का आरोप है कि इस अवरोध की वजह से अब बरसात का पानी निकल नहीं पा रहा है और आसपास के खेतों में भर जा रहा है। यहां तक कि पास में मौजूद कब्रिस्तान में भी पानी भर गया है, जिससे स्थानीय लोगों की धार्मिक और भावनात्मक आस्थाओं को ठेस पहुंची है।

स्थानीय निवासी अजीमुल्ला ने बताया कि मई महीने में ही ओम शारदा ग्रुप और ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड को लिखित में सूचना दी गई थी कि नाला को बंद करना और दूसरी जगह पुल बनाना भविष्य में जलभराव की स्थिति पैदा कर सकता है। लेकिन उनकी आशंकाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज वही हुआ जिसका डर था।

समजाद मुल्ला, एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि करीब 30 बीघा जमीन पर खड़ी धान की फसल जलभराव के कारण नष्ट होने की कगार पर है। उन्होंने कहा कि गांव वालों ने पांच महीने पहले ही लिखित शिकायत देकर कंपनी को चेताया था, लेकिन न तो कंपनी और न ही ECL ने कोई ठोस कदम उठाया।

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने समय रहते चेतावनी दी थी, लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया। अब हालात यह हैं कि खेतों में पानी भरने से फसलें नष्ट हो रही हैं और कब्रिस्तान भी जलमग्न हो गया है, जो एक सामाजिक और धार्मिक चिंता का विषय है।