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Vishwakarma Puja
राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : रूपनारायणपुर स्थित हिंदुस्तान कैबल्स कारखाना कभी इलाके का गौरव माना जाता था। जहां प्रति वर्ष विश्वकर्मा पूजा को उत्सव के रूप में मनाया जाता था। कारखाना परिसर में मेले, तरह-तरह के कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं का आयोजन होता था। कारखाना में 50 विश्वकर्मा पूजा पंडाल सजते थे। विभिन्न विभागों के कर्मचारी मूर्तियों और मंडपों को सजाने की प्रतियोगिताओं में पूरे उत्साह से भाग लेते थे। इन आयोजनों में न सिर्फ मजदूर परिवार, बल्कि आम लोग भी बड़ी संख्या में प्रसाद ग्रहण करने और पूजा देखने आते थे। यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ा पर्व था, जो एकता और आपसी सौहार्द का प्रतीक था।
लेकिन 2017 में केंद्रीय सरकार द्वारा कारखाना को बंद करने की घोषणा के बाद सब बदल गया। कारखाना बंद होने के बाद भी विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर साधारण तौर पर प्रति वर्ष कारखाना में विश्वकर्मा पूजा आयोजित की जाती आरही है। वही बर्तमान में पूरा कारखाना मात्रा खंडर बन कर रह गया है। हालाँकि इलाके के लोग अब भी एक आस में है कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों इलाके में प्रशिक्षण केन्द्र व अन्य कार्य के लिये इलाके को अधीन में लेगी जिससे इलाके में वही रौनक लौटेगी।
हिंदुस्तान कैबल्स पुर्नवाशन समिति के अध्यक्ष सुभाष महाजन ने बताया कि कारखाना के बंद होने के बाद, पूजा की वो रौनक खत्म हो गई। अब सिर्फ निजी सुरक्षा गार्ड और कुछ कारखाना के अधिकारियों की मदद से छोटे स्तर पर पूजा आयोजित की जाती है। हम इस परंपरा को जीवित रखने की कोशिश कर रहे हैं। वर्तमान में आशा की नई किरण हाल ही में बीएसएफ, सीआईएसएफ और एसएसबी के अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल द्वारा कारखाना के दौरा से उत्पन्न हुई है। इस दौरे ने बंद पड़ी कारखाना के भविष्य को लेकर अटकलों और उम्मीदों को फिर से हवा दी है।
स्थानीय लोगों को लगता है कि अगर इस पहल से कारखाना की जगह पर अगर कुछ नया शुरू हो जाती है, तो क्षेत्र में विकास और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। कारखाना के एक सुरक्षा गार्ड, तपन कुमार महतो ने कहा हमें उम्मीद है कि सरकार इस कारखाने को फिर से शुरू करेगी। इससे हजारों परिवारों को रोजगार मिलेगा और इलाके में फिर से रौनक लौट आएगी।
विश्वकर्मा पूजा के इस मौके पर, सभी की नजरें अब केंद्र सरकार और भगवान विश्वकर्मा की कृपा पर टिकी हैं। हर कोई चाहता है कि इस बंद पड़ी कारखाना को नया जीवन मिले, ताकि इस इलाके में एक बार फिर से खुशहाली और समृद्धि का दौर लौट आए।
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