राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: बाराबनी थाना क्षेत्र में स्थित ईसीएल के चरणपुर ओसीपी का कार्य बीते रविवार से ही स्थानीय चरणपुर हाटतोला इलाके के ग्रामीणों ने पूर्णवशन एवं मुवावजे की मांग पर ठप रखा है। बिषय को लेकर में प्रशासन समेत ईसीएल अधिकारीयो द्वारा ग्रामीणों के साथ कई बार बैठक होचुकी हेपर बिना मुवावजे और पूर्णवशन के मांग पर डटे ग्रामीणों के सामने पूरा सिस्टम लाचार है। मंगलवार भी ईसीएल अधिकारियों ने ईसीएल के भूमि पर अतिक्रमण कर रह रहे ग्रामीणों को बैठक के लिये बुलाया परन्तु ग्रामीण ने पहले पूर्णवशन एवं मुवावजे देने के बाद बैठक पर बैठने की बात कह, दो मई को ईसीएल कार्यालय के सामने प्रदर्शन की बात कही।
बता दे कि बीते सोमवार मामले में बाराबनी प्रखंड बीडीओ कार्यालय में एक अहम बैठक की गई थी और राज्य सरकार द्वारा ग्रामीणों को भूमि पट्टा देने की बात कही गई जिसके लिये मंगलवार से भूमि का सर्वेक्षण कार्य शुरू किया गया। मंगलवार बाराबनी बीएलआरओ अधिकारी के अनुसार कार्यालय से दोमहानी बाजार के समीप शर्मा पारा काशीडांगा क्षेत्र में सरकारी जमीन का निरक्षण एवं सर्वेक्षण कार्य शुरू किया गया है।
गौरतलब है कि प्रदर्शन पर बैठे ग्रामीण जिस जमीन पर बर्तमान में रह रहे है वह ईसीएल का है। और इसके बाउजूद ईसीएल प्रबंधन ग्रामीणों को मुवावजे देने के पक्ष में है। बीते रविवार दोपहर 12 बजे से ओसीपी में खनन कार्य को ठप कर दिया गया है। बीते सोमवार प्रखंड कार्यालय में बैठक के बाद ग्रामीणों को समझा कर खनन कार्य शुरू करने का प्रयाश किया गया लेकिन भारी तादात में महिलाओं के झुंड ने वाहन के सामने खड़े होकर कार्य शुरू नही करने दिया।
वही ईसीएल अधिकारी के अनुसार पूरा क्षेत्र ईसीएल का है इसके बाउजूद लोगो को राज्य सरकार की सहायता से भूमि दिया जा रहा है और ईसीएल द्वारा मुवावजा दिया जा रहा है। ग्रामीणों को बिस्वास दिलाने के लिये 46 लोगो को जो मुवावजा मिलना है उसकी राशि का चैक की कॉपी भी सौंपी गई बाउजूद ग्रामीण अपने जिद पर अड़े है। जबकि पूरे इलाके में रेट हॉल बना हुआ है और कभी भी भू-धसान हो सकता है।
वही स्थानीय सूत्रों के अनुसार ग्रामीणों में दो गुट में बंट गये। एक गुट अस्वासन के बाद ओसीपी में खनन कार्य शुरू करने के पक्ष में वही दूसरा गुट पूरे मामले में तत्काल पूर्णवशन, के साथ मुवावजे मिलने पर ही प्रदर्शन समाप्त करने पर अड़ा है।
जबकि स्थानीय प्रदर्शनकारियों के अनुसार उनको अबतक कोई पुख्ता अस्वासन नही मिला है और ना ही मुवावजा मिला है ऐसे में कैसे बिस्वास हो बीते दो सालों से मांग की जा रही है। खनन के दौरान ब्लास्टिंग से कई बार घटना घट चुकी है।
वही खनन कंपनी के अधिकारी के अनुसार खनन कार्य ठप होने से भारी नुकसान हो रहा है। मामले में हमने ईसीएल के उच्च अधिकारियों को शिकायत की है।