वाहन मालिकों ने किया विरोध प्रदर्शन, क्यों ?

6 एम्बुलेंस और 7 स्कूल बसों को खड़ा कर विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्यों का कहना है कि समय पर टेंडर न मिलने की वजह से उन्हे ऐसा आंदोलन करना पड़ रहा है।

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Jagganath Mondal
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Vehicle owners protested

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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : ईसीएल के कुनुस्तोड़िया क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न कोलियरियों में कार्यरत श्रमिकों के बच्चों के लिए चलने वाली स्कूल बसें और आपातकालीन एम्बुलेंस सेवाएं फिलहाल ठप हो गई हैं। इसकी वजह है पुराने टेंडरों की अवधि समाप्त हो जाना और नए टेंडर अब तक जारी न होना। इसी के विरोध में सोमवार को वाहन मालिकों के संगठन ऑनर्स एंड ड्राइवर एसोसिएशन ने ईसीएल के एरिया कार्यालय के बाहर 6 एम्बुलेंस और 7 स्कूल बसों को खड़ा कर विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्यों का कहना है कि समय पर टेंडर न मिलने की वजह से उन्हे ऐसा आंदोलन करना पड़ रहा है, वहीं आंदोलन से श्रमिकों और उनके बच्चों की सुविधाएं भी बाधित हो रही हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि जल्द से जल्द नए टेंडर निकाले जाएं ताकि वाहन सेवाएं फिर से बहाल की जा सकें और सभी संबंधित पक्षों को राहत मिले। 

इस बारे में महावीर कोलियरी के एंबुलेंस चालक अभिषेक बनर्जी ने कहा कि कोलियरी प्रबंधन से बार-बार कहा जा रहा था कि एंबुलेंस चालकों को एक्सटेंशन दिया जाए। कम से कम तीन या 6 महीने का एक्सटेंशन दिया जाए। लेकिन कोलियरी प्रबंधन द्वारा जब एक्सटेंशन नहीं दिया गया तो बार-बार कहने के बाद आज से उन्होंने सारे एंबुलेंस का परिचालन बंद कर दिया। जब उनसे पूछा गया की खदान में अगर कोई दुर्घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी ? उन्होंने कहा कि इसकी जिम्मेदारी कोलियरी प्रबंधन की होगी, क्योंकि एंबुलेंस चालकों ने एक्सटेंशन देने के लिए बार-बार प्रबंधन से अनुरोध किया था। 

वही एक और बस मालिक सोमनाथ बनर्जी ने कहा कि बार-बार कोलिया की प्रबंधन से अनुरोध किया गया था कि बस और एंबुलेंस को एक्सटेंशन दिया जाए। लेकिन जब उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की तो आखिर आज बस और एंबुलेंस को रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि अब अगर खदान में कोई दुर्घटना होती है, तो घायल को अस्पताल तक ले जाने की जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। उन्होंने कहा कि यहां से 7 स्कूल बस और 6 एंबुलेंस का परिचालन बंद किया गया है।