आदिवासी समुदाय ने रेश्मि कारखाने के सामने किया प्रदर्शन

उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो भविष्य में विभिन्न आदिवासी संगठनों को शामिल करते हुए बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।

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Jagganath Mondal
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Rashmi factory

Rashmi factory in jamuria

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हिजलगोड़ा निमाडांगा बाबू डांगा के आदिवासी समुदाय के लोगों ने रेश्मि कारखाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया। आदिवासी समुदाय के प्रमुख रामेश्वर मेश्राम ने कहा कि 2024 में तुलसी नामक एक आदिवासी महिला ने कंपनी को अपनी जमीन बेची थी, लेकिन अभी तक उसका पैसा नहीं दिया गया है। कंपनी से बार-बार अनुरोध किया गया है, लेकिन उन्होंने केवल आश्वासन दिया है। उन्हें अभी तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। उन्हें अभी तक उनका पैसा नहीं मिला है। 

इसी के विरोध में आज यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई बार कंपनी से अनुरोध किया गया था, लेकिन कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। इस वजह से इस क्षेत्र के आदिवासी समुदाय के लोग कंपनी के गेट के सामने विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। 

उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो भविष्य में विभिन्न आदिवासी संगठनों को शामिल करते हुए बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया जाएगा। तुलसी के बेटे कृष्णा हेम्ब्रम ने कहा कि 4 अक्टूबर 2024 को उनकी मां ने रेश्मि ग्रुप ऑफ कंपनीज को जमीन बेची थी ज़मीन के बदले उचित मुआवज़ा दिया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई पैसा नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि ज़मीन 2006 से ली जा रही है, लेकिन उनकी माँ ने 2024 में ज़मीन बेची थी, लेकिन उनका पैसा अभी तक नहीं दिया गया है। इसी के विरोध में वह आज प्रदर्शन कर रहे हैं।