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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर डीवाईएफआई जामुड़िया पश्चिम अंचल कमेटी की ओर से परिहारपुर विकास चौधरी स्मृति भवन परिसर में वृक्षारोपण किया गया। डीवाईएफआई के सदस्यों की ओर से अधिक ऑक्सीजन देने वाले बरगद, जामुन, अशोक जैसे पेड़ लगाए गए। पौधे लगाने के बाद जानवरों से बचाने के लिए उनके चारों ओर बाड़बंदी की गई। इस अवसर पर उपस्थित विकास यादव ने कहा कि जिस तरह से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे।
जामुड़िया औद्योगिक अंचल के कारखानों से निकलने वाले प्रदूषण के कारण जामुड़िया अंचल में श्वास, दमा, चर्म कैंसर के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वाममोर्चा सरकार ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने और क्षेत्र के विकास के लिए वर्ष 2005 में जामुड़िया औद्योगिक अंचल की स्थापना की थी। लेकिन वर्ष 2011 में सत्ता परिवर्तन के बाद यह स्थिति पूरी तरह बदल गई औद्योगीकरण के नाम पर इकदा अंचल के दो बड़े जंगल नीलवन जंगल और इकदा जंगल को नष्ट कर दिया गया है।
फैक्ट्री मालिक फैक्ट्री परिसर में जितने पेड़ लगाने चाहिए, उतने नहीं लगा रहे हैं। पेड़ों को काटकर आवासीय भवन बनाए जा रहे हैं। फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को इन्हीं भवनों में रखा जाता है। फैक्ट्रियों से निकलने वाले प्रदूषण से मजदूरों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। फैक्ट्री परिसर में रहने वाले अधिकांश मजदूर सांस संबंधी बीमारियों से ग्रसित हैं। पशुओं के चरने के लिए बनी गौचरान जमीन का पट्टा भी स्थानीय फैक्ट्रियों को दे दिया गया है।
जामुड़िया औद्योगिक क्षेत्र से जामुड़िया वासियों को लाभ कम नुकसान ज्यादा हो रहा है। इस अवसर पर डीवाईएफआई जामुड़िया पश्चिम अंचल कमेटी के अध्यक्ष करुणामयी रुदास, सचिव अरुणाभ मुखर्जी, प्रदीप बाउरी, आनंद सिंह, रचना दास, एमडी मोकर्रम अंसारी, मंथन बाउरी, विकास यादव आदि उपस्थित थे।
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