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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : चित्तरंजन शहर में एक ही दिन में हुई तीन रेलवे आवासों में चोरी की घटना से स्थानीय लोगों में जहाँ दहशत है वही चोरों के हौसले के सामने पुलिस एवं आरपीएफ की मुस्तेदी फीकी पड़ गई है। और शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठ गये है। जिस तरह से चित्तरंजन में रेलवे आवास में बीते चोरी एवं हत्या ने रेलवे शहर की सुरक्षा को चिंताजनक सवाल उठा दिया है और स्थानीय प्रशासन के खामियों को सामने ला दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते शनिवार पहली चोरी की घटना आमलदाही बाजार के समीप रोड नंबर 25 स्थित रेलवे कर्मचारी अवधेश प्रसाद के आवास में हुई। वे कुछ दिन से बाहर थे, उन्होंने ने आवास की देखभाल की जिम्मेदारी एक मित्र को दे रखी थी। शनिवार सुबह मित्र घर आए तो देखा कि दरवाजे का ताला टूटा हुआ है और घर का सामान चोरी हो गया है।
वही दूसरी चोरी रोड नम्बर 23 स्थित रेलवे कर्मचारी श्रीवास राव के घर में हुई। एवं तीसरी चोरी प्रशांत एवेन्यू इलाके के रेलवे कर्मी नारायण साव के घर में हुई। जब वे कार्य से दोपहर में घर लौटे देखा कि घर का ताला टूटा हुआ है और घर का सामना बिखरा पड़ा है एवं सब चोरी हो गया है।
चोर इतने बेखौफ हैं कि उन्होंने दिनदहाड़े इस वारदात को अंजाम दिया, जबकि वहां पुलिस या आरपीएफ की कोई गश्त नहीं थी। एक ही दिन में तीन चोरियों ने शहर में हड़कंप मचा दिया है। स्थानीय लोग पूछ रहे हैं कि पुलिस और आरपीएफ क्या कर रही है? सुरक्षा के नाम पर जावनो की मौजूदगी सिर्फ़ कागज़ों पर है या फिर वाकई अपराध रोकने में इनकी कोई भूमिका है? पुलिस का दावा है कि उन्होंने कुछ जानकारी जुटाई है और जांच चल रही है। लेकिन चोरी की ऐसी लगातार घटनाओं से आश्वासन खोखले लग रहा हैं। शहर के लोग अब डर के साये में जी रहे हैं। अगर पुलिस और आरपीएफ की यही निष्क्रियता जारी रही तो यह तय है कि अपराधियों के हौसले और बुलंद होंगे। और शहर में अराजकता एवं अपराध ओर बढ़ेगा l