अवैध रूप से पेड़ों की कटाई, बिधुत विभाग के कार्य पर रोक, भारी जुर्माने की होगी वसूली

गौरतलब मामला का निष्कर्ष जुर्माना हो या अन्य परन्तु इन सब के बीच मैथन की खूबसूरती में चार चाँद लगाने वाले इन पेड़ों की कटाई से इलाके की सोन्दर्य को ग्रहण लग गया है।

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Jagganath Mondal
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Illegal tree felling, electricity department work stopped, heavy fines to be levied

Illegal tree felling, electricity department work stopped and heavy fines to be levied

राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के आसनसोल डिवीजन की एक बड़ी विद्युतीकरण परियोजना पर उस समय ग्रहण लग गया, जब वन विभाग ने अवैध रूप से दर्जनों पेड़ काटने के आरोप में तत्काल प्रभाव से कार्य रोक दिया गया। मालूम हो कि यह परियोजना मैथन डैम थर्ड डाइक स्थित पीएचईडी विभाग के नव-निर्मित जल संयंत्र (पम्प हाउस) तक 11 हजार वोल्ट की विद्युत आपूर्ति पहुँचाने के लिए चल रही थी। वन विभाग ने न केवल मौके पर काम बंद कराया है, बल्कि अब बिजली विभाग के ठेकेदार के विरुद्ध भारी जुर्माने की वसूली की तैयारी भी शुरू कर दी है, जिससे परियोजना अधर में लटक गई है।

बिषय को लेकर खबर प्रकाशित होने पर हुआ असर और त्वरित कार्रवाई

इस गंभीर अनियमितता को लेकर समाचार प्रकाशित होते ही अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लिया। रविवार को, स्थानीय होदला बिट ऑफिसर और रूपनारायणपुर फारेस्ट रेंज के अधिकारियों ने सक्रियता दिखाते हुए न केवल कल्यानेश्वरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की, बल्कि मौके पर पहुँचकर विद्युतीकरण कार्य को तत्काल रुकवा दिया और कार्य बंद रखने की कड़ी चेतावनी दी।
कार्रवाई के दौरान, वन विभाग की टीम ने ठेकेदार के एक इलेक्ट्रिक वैन को भी जब्त कर लिया था, हालांकि, विभागीय स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद वाहन को छोड़ दिया गया।

जुर्माना वसूली की प्रक्रिया शुरू

होदला फारेस्ट बिट इंचार्ज सरबन्ति घोष ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि कार्य कर रहे संवेदक (ठेकेदार) के विरुद्ध विधिवत शिकायत दर्ज कर ली गई है। काटे गए पेड़ों और हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आकलन के आधार पर ठेकेदार से भारी जुर्माना वसूला जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि उच्चाधिकारियों को पूरी घटना से अवगत करा दिया गया है और उनके दिशानिर्देशों के बाद ही आगे की प्रक्रिया तय होगी। फिलहाल, विद्युतीकरण कार्य पूरी तरह से रुका हुआ है।

बिना अनुमति के मनमानी का आरोप

सूत्रों के अनुसार, बिजली विभाग के ठेकेदार के पास इस कार्य के लिए आवश्यक वन विभाग की अनुमति नहीं थी। आरोप है कि जंगल रोड होते हुए थर्ड डाइक पीएचईडी जल संयंत्र तक लाइन खींचने के दौरान, ठेकेदार ने मनमानी करते हुए रास्ते में आने वाले कई खूबसूरत और कीमती पेड़ों को निर्दयतापूर्वक काटकर गिरा दिया, जिससे पूरा जंगल रोड क्षेत्र उजाड़ सा हो गया है।

 संयुक्त बैठक में होगा फैसला

इस गंभीर उल्लंघन के बाद, वन विभाग की पहल पर अब एक संयुक्त बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में आसनसोल डिविजनल मैनेजर (विधुत), सालानपुर बीडीओ और पीएचईडी विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। इस बैठक में ही मामले का निष्कर्ष निकाला जाएगा और ठेकेदार पर जुर्माना लगाने तथा भविष्य के कार्य की दिशा तय करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यह घटना पर्यावरण संरक्षण और सरकारी नियमों के उल्लंघन के प्रति बरती गई लापरवाही की ओर स्पष्ट इशारा करती है।

गौरतलब मामला का निष्कर्ष जुर्माना हो या अन्य परन्तु इन सब के बीच मैथन की खूबसूरती में चार चाँद लगाने वाले इन पेड़ों की कटाई से इलाके की सोन्दर्य को ग्रहण लग गया है।