राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: भारत आधुनिकता के इस युग में मंगल ग्रह और चाँद की परिक्रमा लगा रहा है, उसी भारत की दहलीज पर आज भी डायन जैसी कुप्रथा की आग में कुछ महिलाओं को प्रताड़ित कर अग्निपरीक्षा देने पर विवश होना पड़ रहा है। इसका ताज़ा उदाहरण बंगाल और झारखंड राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र के सालानपुर थाना।
कल्यानेश्वरी फाड़ी एवं मैथन थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। घटना के संदर्भ में बताया जाता है की मैथन थाना अंतर्गत बड़मुड़ी गांव के निवासी हरिलाल बास्की(40) बीते कई माह से बीमार है, बताया जाता है कि काफी ईलाज करने के बाद भी उनका स्वास्थ्य ठीक नही हुआ, अलबत्ता थकहार कर परिजनों ने उन्हें पारसनाथ सिंघापुरा के राहिर बेड़ा गाँव मे एक तांत्रिक के पास ले जाया गया। इस दुःख की घड़ी में हरिलाल बास्की के चचेरा भाई लेफ्ट बैंक कल्यानेश्वरी निवासी राजेन्द्र बास्की और उनकी पत्नी अंजलि बास्की भी पारसनाथ पहुँचे थे। बताया जाता है की इस दौरान तांत्रिक ने परिजनों के समक्ष ही अंजली बास्की को डायन करार दे दिया साथ ही हरिलाल के बीमारी के लिए उन्हें जिम्मेवार ठहराया, बताया जाता है की घटना के बाद अंजली बास्की पर हरिलाल को ठीक करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा।
पीड़ित परिवार ने बताया की जिसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत कल्यानेश्वरी पुलिस से की है। इधर मंगलवार की सुबह बड़मुड़ी गाँव से सैकड़ों की संख्या में लोग ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल पर सवार होकर लेफ्ट बैंक पहुँच गए, जहाँ भीड़ ने राजेन्द्र बास्की और उसकी पत्नी अंजली बास्की को जबरन उठाकर ले जाने का प्रयास करने लगे। इधर घटना की सूचना मिलते ही कल्यानेश्वरी पुलिस दल बल के साथ मौके पर पहुँचकर उन्हें ले जाने से रोक दिया साथ ही भीड़ को लौट जाने की चेतावनी दी, जिसके बाद सभी लौट गए। किन्तु तांत्रिक बाबा के फरमान के बाद इस परिवार पर संकट के बादल छाए हुए है, परिवार का डर है कि कही उसके साथ कोई हादसा न हो जाए। स्थानीय लोगों के अलावा पुलिस प्रशासन ने भी डायन जैसी अपवाद को नकार दिया किन्तु भीड़ कुछ भी सुनने को तैयार नही है, घटना के बाद अंजली बास्की और उनके परिवार में भय का माहौल बना हुआ है।