रिटायर्ड बैंक कर्मचारी से 10 लाख की साइबर ठगी

मोबाइल पर आए एक लिंक और धोखेबाज़ों से हुई बातचीत के चलते उनके बैंक खाते से 10 लाख रुपये गायब हो गए। इस घटना के बाद उन्होंने कोकोवेन थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

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Jagganath Mondal
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Retired Bank Employee Cyber-Frauded of ₹10 Lakh

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : दुर्गापुर के कोकोवेन थाना क्षेत्र के नादिहा दक्षिणायन के निवासी देबाशीष सरकार, जो एक सरकारी बैंक के रिटायर्ड कर्मचारी हैं, साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए। मोबाइल पर आए एक लिंक और धोखेबाज़ों से हुई बातचीत के चलते उनके बैंक खाते से 10 लाख रुपये गायब हो गए। इस घटना के बाद उन्होंने कोकोवेन थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

देबाशीष बाबू ने 2021 में एक सरकारी बैंक की शाखा से सेवानिवृत्ति ली थी और उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने का निर्णय लिया था। इसी वर्ष 23 अक्टूबर को उनके मोबाइल पर एक लिंक आया, जिसमें उसी बैंक का लोगो था जहाँ वे नौकरी करते थे। लिंक में लिखा था कि यदि वे कुछ पैसे ऑनलाइन जमा करना चाहते हैं, तो यह साइट सुरक्षित है। अपने बैंक का लोगो देखकर उन्होंने उस साइट पर अपना लाइफ सर्टिफिकेट फॉर्म भरना शुरू कर दिया।

इसके थोड़ी देर बाद उन्हें एक फोन आया और कहा गया कि उनका काम जल्द पूरा हो जाएगा। लेकिन तभी दो चरणों में पहले 5 लाख और फिर 5 लाख—कुल 10 लाख रुपये उनके बैंक खाते से निकाल लिए गए। शुरुआत में वे खुद इस पर यकीन नहीं कर पाए, लेकिन बाद में समझ में आया कि वे एक बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं।

बैंकिंग अनुभव की वजह से वे यह भी पता लगा पाए कि पैसा किन-किन खातों में ट्रांसफ़र हुआ है। उन्होंने यह सारी जानकारी स्थानीय कोकोवेन थाने को दे दी, लेकिन आरोप है कि जांच अधिकारी उन्हें लगातार टालमटोल कर रहे हैं। दो महीने बीतने के बाद भी पैसे का कोई सुराग नहीं मिलने से पूरा परिवार परेशान है।

देबाशीष सरकार का कहना है “मैं साइबर फ्रॉड का शिकार हुआ हूँ। जिस बैंक शाखा से पैसे निकाले गए, उसका नाम भी मेरे पास है। पुलिस चाहे तो तुरंत कार्रवाई कर सकती है। लेकिन दो महीने हो चुके हैं, अभी तक कुछ नहीं हुआ है।” पुलिस की ओर से बताया गया है कि जांच शुरू कर दी गई है और साइबर विभाग पैसे वापस लाने की कोशिश कर रहा है।