भू-माफियाओं का दबदबा !  तालाब को भरकर अवैध निर्माण

अवैध तरीके से तालाब को भरकर कई घर बनाए गए थे। इसे लेकर रानीगंज के पंजाबी मोड चौकी में शिकायत भी दर्ज कराई गई है, लेकिन 1 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

author-image
Jagganath Mondal
New Update
Illegal construction by filling the pond

Illegal construction by filling the pond

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : आए दिन भ्रष्टाचार इतना ज्यादा बढ़ता जा रहा है के अब इससे रानीगंज शहर भी नहीं बच पा रहा है। रानीगंज भी अब भू-माफियाओं की चपेट में है। 
आए आपको बताता हूं पूरी घटना क्या है,

जैसा कि आपको पता है कि पश्चिम बंगाल भूमि अधिनियम 1955 और पश्चिम बंगाल नगर पालिका कानून 1993 के तहत किसी भी तालाब या तालाब के पाड़ में पक्का मकान या किसी भी तरह का निर्माण करना गैर कानूनी है और इस कानून को नहीं मानने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का भी आदेश है, लेकिन इसी कानून की धज्जियां रानीगंज में 2024 में उड़ाया गया। 

रानीगंज के आमरासोता मौजा के दाग नंबर 1222 में रिकॉर्ड के अनुसार एक तालाब पंजीकृत है। लेकिन 2024 में देखा गया था कि तालाब को भरकर घरों का निर्माण किया गया था, यहां पर कई घर तालाब को भरकर बनाए गए। जिसकी शिकायत मिलने पर बीएलआरओ दफ्तर के अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और उन्होंने तालाब की नपाई की थी। देखा गया था कि यहां पर तालाब ही है और अवैध तरीके से तालाब को भरकर कई घर बनाए गए थे। इसे लेकर रानीगंज के पंजाबी मोड चौकी में शिकायत भी दर्ज कराई गई है, लेकिन 1 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है और ना ही तालाब को भरकर जिन घरों का निर्माण किया गया था उन्हें तोड़ा गया है। 

 इस बारे में हमने रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा से बात की तो उन्होंने स्वीकार किया कि 1222 दाग नंबर पर तालाब पंजीकृत है और उसको भरकर घर बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कहा है कि कहीं पर भी इस तरह से तालाब को भरकर या जलाशय को भरकर निर्माण कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो भी इस तरह की हरकत करेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसे लेकर पंजाबी मोड़ चौकी में शिकायत दर्ज कराई गई है और इस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सुभाष गुप्ता और दिनेश गुप्ता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जिस दाग नंबर की बात की जा रही है, उस दाग नंबर पर एक तालाब है और उसका आधा हिस्सा राजा के परिवार के नाम पर और आधा हिस्सा वेस्टेड है ऐसे में अवैध तरीके से इसे बेचने का जो काम किया गया है और उस पर अवैध तरीके से घर का निर्माण किया गया है। उस‌ पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि रानीगंज में कुछ जमीन माफिया सक्रिय हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन उन पर कड़ी कार्रवाई करेगी। 

वही इस बारे में रानीगंज टाउन टीएमसी अध्यक्ष रूपेश यादव का कहना है की यह प्रमाणित हो चुका है कि वहां पर तालाब है और तालाब को भरकर घरों का निर्माण किया गया है जो कहीं से भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पर प्रशासन उचित कार्रवाई करेगा क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कहा है कि कहीं पर भी तालाब या जलाशय को भरकर निर्माण कार्य बर्दाश्त नहीं है।