बाराबनी में गरमाई राजनीति, भाजपा- तृणमूल आमने सामने (Video)

बाराबनी थाना क्षेत्र के आमडीह मोड़ सोमवार राजनीतिक तनाव का केन्द्र बन गया । भाजपा के प्रदर्शन के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले प्रदर्शन पर उतरे समर्थक एवं नेता। जमकर नारेबाजी एवं लाठियां गई भांजी।

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Jagganath Mondal
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : बाराबनी थाना क्षेत्र के आमडीह मोड़ सोमवार राजनीतिक तनाव का केन्द्र बन गया। भाजपा के प्रदर्शन के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले प्रदर्शन पर उतरे समर्थक एवं नेता। जमकर नारेबाजी एवं लाठियां भांजी गई।

 

सोमवार आमडीह मोड़ में भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता इटापारा कोलियरी में कार्यरत श्रमिकों को उचित वेतन एवं इलाके के बेरोजगार को रोजगार देने की मांग पर इटापारा प्रदर्शन एवं और ज्ञापन सौंपने जा रहे इस दौरान आमडीह  मोड़ में भाजपाई के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सड़क अवरुद्ध कर दिया। दोनों पार्टियों के नेता कर्मियों के बीच एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी से माहौल गरमा गया। भाजपा प्रदर्शनकारियों को बेरंग वापस लौटना पड़ा। वही बीच सड़क पर चल रहे प्रदर्शन से गौरंगडीह- जुबली सड़क अवरुद्ध हो गई। और दोनों और से नारेबाजी की गई। भारी संख्या में तैनात पुलिस के हस्तक्षेप से मामला सुलझा और तृणमूल कांग्रेस के आगे भाजपा को झुकना पड़ा और आधे रास्ते से वापस लौटा भाजपा का प्रदर्शन। बता दे कि भाजपाइयों द्वारा सोमवार सुबह इटापारा कोलियरी में स्थानीय को रोजगार एवं श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिये रैली, प्रदर्शन एवं ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम था।

जिसको लेकर बीते रविवार स्व ही इलाके की राजनीति गरमाई हुई थी। भाजपाई के अनुसार रैली में भाग ना लेनें एवं रैली को विफल बनाने के लिए बीते रविवार इटापारा गाँव मे दो तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने बेराहमी से घर मे घुस कर जगबंधु दत्ता एवं उनकी पत्नी की पिटाई की जिसको लेकर जिला भाजपा अध्यक्ष द्वारा लिखित शिकायत भी बाराबनी में दर्ज कराया गया एवं बाराबनी थाना के सामने मामले को लेकर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिये धरना प्रदर्शन किया गया।

सोमवार तय कार्यक्रम के तहत भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता आमडीह मोड़ में एकत्रित हुये और तृणमूल कांग्रेस के विरुद्ध नारा लगा रहे थे इस दौरान दूसरी तरफ से भारी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले समर्थकों ने भाजपा का रास्ता रोक दिया और नारेबाजी करने लगे।

वही स्थिति को नियत्रंण करने के लिये भारी संख्या में तैनात पुलिस बल ने दोनों पक्षो को रोका । शांति बनाने की अपील की। इस दौरान करीब 1 घण्टे तक सड़क पर दोनों पक्ष एक दूसरे के आमने सामने बने रहे और उग्र प्रदर्शन करते हुये लाठी डंडे भांजते दिखे। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे कई लोग ने मीडिया कर्मियों को कैमरा बंद करने की चेतावनी दी।

हालांकि पुलिस के समझाने के बाद भाजपाइयों को आधे रास्ते से ही बेरंग लौटना पड़ा पारन्तु घटना के बाद यह सवाल गहरा गया कि क्या बाराबनी में तृणमूल कांग्रेस के आगे क्या प्रशासन और क्या विपक्ष? बाराबनी में किसका शासन है? जहाँ मीडिया कर्मियों से कैमरा बन्द करने की चेतावनी तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले दिया गया?

मामले में बेरंग लौटे भाजपा जिला अध्यक्ष ने देवतनु भट्टाचार्य ने कहा कि बाराबनी में जंगल राज्य बन गया है और तृणमूल के गुंडे शांतिपूर्ण प्रदर्शन और रैली से डर कर यह कर रहे है। जिसका समर्थन पुलिस कर रही है और हमे वापस जाने को कहा जा रहा है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस के समर्थंन कर रही पुलिस यह जान ले कि अगर पुलिस प्रशासन यह नही संभाल सकती तो हम संभाल लेंगे और इससे बड़ा आंदोलन जिला स्तर पर किया जायेगा।

वही दूसरी तरफ बाराबनी तृणमूल नेता ने कहा कि इटापारा खदान स्थानीय लोगों के सहयोग से शुरू हुआ है जहाँ करीब 500 के करीब लोगो को रोजगार मिला है। और कटमणी के लालच में भाजपा के लोग बाहर से आकर आंदोलन के नाम पर अशांति फैला रहे है। साथ ही बीते रविवार भाजपा कार्यकर्ता पर हुये हमले को लेकर कहा कि शराब के नशे में कुछ लोगो ने मारपीट की है। उसका पार्टी से कोई सम्बंध नही है यहाँ सभी तृणमूल कांग्रेस करते है इसलिए तृणमूल का नाम लिया जा रहा है।

वही पूरे प्रदर्शन एवं विरोध प्रदर्शन के बाद यह सवाल उठ रहा है की खुद के स्वार्थ के लिये कबतक आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ेगी। यही नही यह कैसी गुंडागर्दी है कि पुलिस के सामने बीच सड़क को अवरुद्ध कर लाठियां भांजी जा रही है और पुलिस मुखदर्शक की भूमिका निभा रही है।