टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : यूनाइटेड फोरम ऑफ ऑल आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन की ओर से आज टीडीबी कॉलेज रानीगंज के प्रभारी शिक्षक के साथ बैठक की गई और 16 तारीख को कॉलेज में घटी घटना के संदर्भ में कुछ मांगें प्रभारी शिक्षक के समक्ष रखी गई। इस संबंध में संगठन के नेता धर्मदास किस्कू ने कहा कि 16 तारीख को रानीगंज के इस कॉलेज में घटी घटना के संदर्भ में आज उन्होंने कॉलेज के प्रभारी शिक्षक से मुलाकात की और कुछ मांगें रखीं। /anm-hindi/media/post_attachments/4ed52860-13b.png)
उन्होंने कहा कि पहली मांग जो उन्होंने प्रभारी शिक्षक के समक्ष रखी वह यह कि सिर्फ पार्सल किस्कू ही नहीं बल्कि कॉलेज में कार्यरत सभी शिक्षकों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। कॉलेज के छात्र को मीडिया के सामने दिए गए उस बयान के लिए माफी मांगनी होगी जिससे शिक्षकों की गरिमा धूमिल हुई है। बाहरी लोगों को जो कॉलेज के छात्र नहीं हैं उन्हें कॉलेज में प्रवेश करने से रोकना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कॉलेज में छात्र संसद का चुनाव नहीं हुआ है लेकिन फिर भी कॉलेज का यूनियन रूम खुला रहता है।
उन्होंने कहा कि अन्य विभिन्न महाविद्यालयों में जहां छात्र संसद का चुनाव नहीं हुआ है, महाविद्यालय का यूनियन रूम बंद रहता है, इसलिए यहां भी यूनियन रूम को बंद रखना पड़ेगा। धर्मदास किस्को ने कहा कि ऐसे विभिन्न मुद्दों पर आज शिक्षक प्रभारी के साथ बैठक हुई और सकारात्मक माहौल में 7 सूत्री मांगों के समर्थन में बैठक हुई और शिक्षक प्रभारी ने कहा कि 12 जुलाई को महाविद्यालय की आमसभा की बैठक होगी जिसमें इन सभी मुद्दों को उठाया जाएगा। धर्मराज किस्को ने कहा कि अगर 12 तारीख को इन मुद्दों पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले समय में वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। /anm-hindi/media/post_attachments/673cf1d2-645.png)
इस संबंध में जब हमने महाविद्यालय के शिक्षक प्रभारी से बात की तो उन्होंने कहा कि आज आदिवासियों के एक संगठन ने उनसे महाविद्यालय में 16 तारीख को हुई अवांछित घटना के संदर्भ में बात की और ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि उन्होंने संगठन के लोगों से कहा कि 12 जून को महाविद्यालय के शासी निकाय की बैठक होगी। उन्होंने ज्ञापन में जो बातें कही हैं और साथ ही बातचीत के दौरान मौखिक रूप से जो बातें कही हैं, उन्हें भी बैठक में रखा जाएगा और जो भी निर्णय गवर्निंग बॉडी लेगी, उसे वह लागू करेंगे। उन्होंने बताया कि वह कॉलेज के प्रिंसिपल नहीं हैं, वह सिर्फ टीचर इंचार्ज हैं, इसलिए वह कॉलेज में कोई भी बड़ा फैसला नहीं ले सकते।
वह सिर्फ वही फैसला ले सकते हैं, जो गवर्निंग बॉडी उनसे लेने को कहेगी। यूनियन रूम को बंद करने का फैसला सिर्फ गवर्निंग बॉडी ही ले सकती है, उसे ऐसा करने का अधिकार नहीं है। अगर गवर्निंग बॉडी यूनियन रूम को बंद करने पर अड़ी रही, तो वह उसे बंद कर देंगे।