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Maithon Dam's water level reached 29 feet down
राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : सावन माह में मैथन डैम का नज़ारा अब खलिहान के रूप में नज़र आने लगी है, शायद ही मैथन डैम का नज़ारा भारी बारिश में कभी ऐसा अपने देखा होगा। ऐसा नज़ारा अमूमन अप्रैल-मई माह में देखा जा सकता है, लेकिन बीते पांच वर्ष भी जलस्तर इतना कम नहीं हुआ था। यह परिस्थिति मैथन डैम से अत्यधिक पानी छोड़े जाने के कारण उत्पन्न हुआ है, मैथन डैम अधिकतम जलस्तर लेबल 495 फीट है, जबकि यह जलस्तर बुधवार को 466.11 था, इस हिसाब से डैम का जलस्तर लगभग 29 फीट कम हो चूका है।
ऐसे में इस सवाल पर डीवीसी प्रबंधन का कहना है, जलस्तर मेनेजमेंट पूरा केन्द्रीय जल आयोग के हाथ में है, डीवीसी सिर्फ निर्देश का पालन करती है| हलाकि अब सवाल उठता है की आखिर क्यों? केन्द्रीय जल आयोग मैथन डैम को खलिहान बनाने पर अमदा है, पश्चिम बंगाल राज्य सरकार द्वारा बार बार चेतावनी के बाद भी आखिर क्यों व्यर्थ में पानी बहाया जा रहा है। वर्त्तमान परिस्थिति कई सवालों को जन्म दे रही है, की आखिरकार केन्द्रीय जल आयोग मैथन डैम का अधिक पानी छोड़कर किसे लाभ पहुंचा रही है। वही बुधवार को मैथन डैम में 13677 एकड़ फिट जल जमाव हो रहा था, 65099 एकड़फिट जल छोड़ा जा रहा था। यानी की 51422 एकड़ फिट पानी अधिक छोड़ा गया, इससे साफ़ पता चलता हैं की केन्द्रीय जल आयोग मैथन डैम को खलिहान बना कर ही दम लेगा।
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