न्यू केंदा में भू धसान, स्थानीय लोगों में आतंक !

लगभग 10 फूट चौड़ा तथा 30 फूट गहरा गोफ बन गया जिसकी जानकारी होते ही त्वरित करवाई करते हुए ईसीएल प्रबंधन द्वारा धसान स्थल की भराई ईट,पत्थर,मिट्टी आदि से कर दिया गया।

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Jagganath Mondal
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Landslide in New Kenda

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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : ईसीएल केंदा एरिया अंतर्गत न्यू केंदा कोलियरी के दो नंबर कहार पाड़ा के पास बुधवार सुबह 9:30 बजे बारिश के बीच भू धसान की घटना से स्थानीय लोगों में आतंक फैल गया।

वही धसान की जानकारी होते ही ईसीएल न्यू केंदा कोलियरी प्रबंधन द्वारा आनन फानन में धसान स्थल की भराई कर घेराबंदी कर दिया गया। एक ओर बारिश होने तथा पास में ही में धसान स्थल होने से स्थानीय कहार पाड़ा के लोग काफी भयभीत है। बुधवार सुबह हुए धसान से लगभग 10 फूट चौड़ा तथा 30 फूट गहरा गोफ बन गया जिसकी जानकारी होते ही त्वरित करवाई करते हुए ईसीएल प्रबंधन द्वारा धसान स्थल की भराई ईट,पत्थर,मिट्टी आदि से कर दिया गया।

स्थानीय निवासियों शिवबालक राम ने बताया कि बुधवार सुबह लगभग 9:30 बजे बारिश होने के दौरान जमीन अचानक बैठ गया। उन्होंने बताया कि 10 वर्ष पहले 2 नंबर कहार पाड़ा में पहली बार भू धसान की घटना घटित हुई थी जिस दौरान ईसीएल प्रबंधन द्वारा कुछ लोगों को अन्यत्र स्थांतरित किया गया लेकिन बाकी लोगों को पुनर्वासित नहीं किया गया।

स्थानीय महिला लखी घोष ने कहा कि ईसीएल प्रबंधन केवल कोयला उत्पादन पर जोर दे रहा है तथा पास में स्थित न्यू केंदा ओसीपी में जोरदार रूप से ब्लास्टिंग करता है जिससे इस क्षेत्र की खोखली जमीन में कभी भी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है।स्थानीय निवासी अनुज सिंह ने कहा कि केवल मिट्टी भराई कर खानापूर्ति कर ईसीएल प्रबंधन अपना दायित्व पूरा कर लेती है लेकिन यहां रह रहे हजारों लोग आतंक के साए में दिन रात गुजार रहे है। उन्होंने कहा कि धसान स्थल के बगल में ही न्यू केंदा परसिया मुख्य मार्ग है जिसपर अनेकों लोग प्रतिदिन आवागमन करते है।

स्थानीय विक्रम मिश्रा ने बताया कि बुधवार सुबह बारिश के दौरान अचानक घर के पास जमीन बैठ गया जिससे घर के अंदर रहने में भय का माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा के पास के तलाव का पानी जमीन के अंदर से गोफ स्थल तक रिसाव कर रहा है जिससे कभी भी कोई बड़ी भू धसान की घटना घटित हो सकती है।

स्थानीय निवासी सार्थक घोष ने कहा कि दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण पास में स्थित तेलों तालाब पानी से भर गया है जिसका पानी रिसाव कर रहा है तथा जमीन के अंदर ही अंदर धसान स्थल तक पहुंच क्षेत्र का दायरा बढ़ता चला जा रहा है।

स्थानीय निवासी संजय ओझा ने कहा कि भू धसान हुआ है जो जान मॉल के लिए काफी खतरनाक साबित होगा। उन्होंने कहा कि ईसीएल प्रबंधन को तत्काल यहां रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर पुनर्वासित करने की व्यवस्था करनी होगी। उन्होंने कहा कि केंदा भू धसान प्रभावित इलाका है जहां धसान की घटना में ईसीएल के सीनियर ओवरमैन अजय मुखर्जी जमींदोज हो गए बावजूद इसके ईसीएल प्रबंधन पूरी तरह से उदासीन बना हुआ है।

स्थानीय निवासी अनुज सिंह ने कहा कि केवल मिट्टी भराई कर खानापूर्ति कर ईसीएल प्रबंधन अपना दायित्व पूरा कर लेती है लेकिन यहां रह रहे हजारों लोग आतंक के साए में दिन रात गुजार रहे है। 

धसान की घटना के बाद बुधवार सुबह ही ईसीएल प्रबंधन द्वारा डोजर लगा मिट्टी भराई कर धसान से बने गोफ की भराई करा दिया गया तथा कंटीले तार से घेराबंदी कर दिया गया।