/anm-hindi/media/media_files/pccN7lh4JRA9lidlOnSP.jpg)
Land donors started movement in Durgapur
टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : राष्ट्रीय संसाधनों को बचाने के लिए जमीन दाता आंदोलन पर उतर आए।
दुर्गापुर में सरकारी स्वामित्व वाली डीटीपीएस फैक्ट्री की सभी 4 इकाइयां बंद हो गई हैं। रतुरिया, अंगदपुर समेत बड़े इलाके में अंधेरा छाया हुआ है। दामोदर घाटी निगम के तहत दुर्गापुर थर्मल पावर स्टेशन प्राधिकरण ने पांचवीं इकाई शुरू करने की पहल की है। जब अधिकारी राष्ट्रीय स्वामित्व वाले कारखानों के विस्तार के लिए भूमि पर कब्जा करने वालों को बेदखल करने जा रहे हैं, तो कुछ राजनीतिक दलों के समर्थन से कब्जा करने वाले लोग इसमें बाधा डाल रहे हैं। उस बाधा के सामने, फ़ैक्टरी अधिकारियों को पीछे हटना पड़ रहा है। इस बार उन जमीन मालिकों ने, जिनकी जमीन पर 1966 में फैक्ट्री बनी थी, फैक्ट्री अधिकारियों के साथ खड़े होकर फैक्ट्री के विस्तार की मांग उठाई है। मकान मालिक और स्थानीय निवासी चाहते हैं कि फैक्ट्री का विस्तार हो और फैक्ट्री की पांचवीं इकाई का काम जल्द शुरू हो। यदि कारखाने में उत्पादन फिर से शुरू होता है, तो छोटे व्यवसाय अधिक नौकरियाँ पैदा करेंगे। उस मांग को लेकर रतुरिया, अंगतपुर, मायाबाजार पोर्शा समेत पांच गांवों के करीब 3000 लोगों ने मंगलवार दोपहर को भव्य जुलूस निकाला। आंदोलनकारी फ़ैक्टरी अधिकारियों के पक्ष में हैं जो फ़ैक्टरी का विस्तार करना चाहते हैं। उनकी मांग है कि दुर्गापुर को सिंगूर नहीं बनने दिया जा सकता। जानकार हलकों का यह भी मानना ​​है कि राज्य में उद्योग को बचाने के लिए यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी।
/anm-hindi/media/agency_attachments/7OqLqVqZ67VW1Ewake8O.png)