/anm-hindi/media/media_files/2025/06/30/hul-day-jamuria-2025-06-30-18-45-27.jpg)
टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : जामुड़िया 3 नंबर पंप हाउस आदिवासी पाड़ा में 171वां हूल दिवस मनाया गया। सबसे पहले अमर शहीद सिदो-कान्हू के चित्र पर माल्यार्पण कर हूल दिवस के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर उपस्थित माकपा युवा नेता विकास यादव ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह के प्रतीक हूल दिवस के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हूल दिवस आज भी प्रासंगिक है। वर्ष 1855 में हुआ आंदोलन आज भी प्रासंगिक है, जिसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि आज भी आदिवासियों के सामाजिक-आर्थिक जीवन में कोई सुधार नहीं हुआ है। जिस तरह से उस समय साहूकार और सूदखोर आदिवासियों पर अत्याचार करते थे, वही अत्याचार आज कॉरपोरेट घरानों और माइक्रो फाइनेंस कंपनियों द्वारा किया जा रहा है।
उस समय आदिवासियों की जमीन पर ब्रिटिश सरकार की बुरी नजर थी, जिसे हासिल करने में साहूकार ब्रिटिश सरकार की मदद करते थे, उसी तरह आज माइक्रोफाइनेंस कंपनियां आदिवासियों की जमीन हासिल करने में कॉरपोरेट कंपनियों की मदद कर रही हैं। आज पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, ओडिशा, छत्तीसगढ़ में माइक्रोफाइनेंस कंपनियां आदिवासियों को कर्ज देकर उनका शोषण कर रही हैं। राज्य सरकार भी आदिवासियों को उनकी जमीन से बेदखल करने में अहम भूमिका निभा रही हैं। बहुराष्ट्रीय खनन कंपनी वेदांता के मालिक अनिल अग्रवाल ने पिछले 5 वर्षों में राजनीतिक दलों को 457 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।
जमुड़िया विधानसभा क्षेत्र के हिजलगोड़ा पंचायत के दो आदिवासी गांव बाबू डांगा और निमाई डांगा तथा आसनसोल नगर निगम के वार्ड नंबर 6 के हुबदुबी गांव के आदिवासियों को विस्थापित करने का अमानवीय षड्यंत्र फैक्ट्री मालिकों द्वारा रचा जा रहा है। इस अवसर पर लोदगा मांझी, आकाश सोरेन, कार्तिक सोरेन, गोपाल मद्दी, श्याम बाउरी, गोपाल दास, शंकर रवानी, नूरी खातुन आदि उपस्थित थे।