स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: इंडियन बैंक ने 2013 में लिए गए हाउस लोन की राशि चुकाने में असफलता के तहत आसनसोल प्रेमनगर निवासी विवेकानंद चैटर्जी के मकान को कब्जे में ले लिया है। इस सम्पत्ति को 2023 में नॉन-परफॉर्मिंग असेट (एनपीए) घोषित कर दिया गया था। बैंक के चीफ मैनेजर प्रवीण कुमार ने बताया कि विवेकानंद चैटर्जी ने 15 लाख रुपये का हाउस लोन लिया था, जिसमें से वर्तमान में 13 लाख रुपये चुकाना बाकी है। लोन की गारंटर उनकी पत्नी पुष्पा चैटर्जी थीं। चीफ मैनेजर ने बताया कि कई बार उन्हें सूचना दी गई थी फिर भी असफलता के कारण बैंक को यह कदम उठाना पड़ा। मकान पर कब्जे की प्रक्रिया के दौरान हीरापुर पुलिस, बैंक रिसीवर जीत चैटर्जी, अधिवक्ता संग्राम सिंह, रिकवरी एजेंट राजीव बनर्जी, सब-इंस्पेक्टर अजीत कुंडू और सुमन सिंगा मौजूद थे। यह कार्रवाई बैंकिंग नियमों के तहत की गई, जिसमें एनपीए खातों से वसूली के लिए संपत्ति पर कब्जा एक वैधानिक प्रक्रिया है। घटना स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। विवेकानंद चैटर्जी और उनके परिवार की तरफ से कोई बयान नहीं देखा गया। सभी लोगों के लिए सीख भी है कि बैंक लोन को समय पर चुकाया जाए और सुरक्षित जिंदगी व्यतीत करें।