टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : 'रघु डाकत' आउसग्राम के जंगलों में घूम रहा है! इस बीच लक्ष्मी डाकत दुर्गापुर पुलिस के जाल में फंसी है। उसका नाम लक्ष्मी साहनी है। दिन के उजाले में या रात के अंधेरे में चोरी या छीनाझपटी उसके लिए कोई कठिन काम नहीं है। वह महिलाओं की सोने की चेन पर नज़र पड़ते ही चंद सेकंड में उनके गले से उतार लेती थी। वह चंद सेकंड में जेब से लक्ष्मी को भी निकाल लेती थी। किसी की नज़र पड़ने से पहले ही वह भाग जाती है। मौका मिलते ही वह घरों में भी हाथ साफ कर देती थी। छोटी-मोटी डकैती भी करती है। इस काम में उसका दोस्त मोनिरुल मिद्दा उसकी मदद कर रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार लक्ष्मी साहनी के दोनों पैर टूट गए हैं और कमर में भी तकलीफ है। पिछले काफी समय से कोक ओवन थाने में इस तरह की कई चोरी और डकैती की शिकायतें दर्ज हो रही थीं। लेकिन, पुलिस इस बात को लेकर हैरान थी कि आखिर लगातार वारदात को अंजाम कौन दे रहा है ?
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जुटाई और पुलिस ने दो लोगों की पहचान की। बुधवार की रात कोकोवाने थाना क्षेत्र के डीपीएल कॉलोनी में बिना नंबर प्लेट की बाइक पर सवार होकर कुछ लोग एक महिला से सोने की चेन लूटने की नीयत से एकत्र हुए। गुप्त सूत्रों से सूचना मिलने पर कोकोवाने थाने की सशस्त्र पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने मोनिरुल मिद्दा को गिरफ्तार कर लिया और लक्ष्मी बाइक लेकर फरार हो गई। पुलिस ने उसका भी पीछा किया और उसे बीरभूम के बोलपुर से पकड़ लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस गिरोह की मुख्य आरोपी लक्ष्मी साहनी बोलपुर की रहने वाली है और उसका साथी मोनिरुल मिद्दा बड़जोड़ा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। गिरफ्तार लोगों को दुर्गापुर कोर्ट में पेश कर दस दिनों की पुलिस हिरासत मांगी गई है। कोक ओवन थाने की पुलिस गिरफ्तार लोगों को हिरासत में लेकर जांच में तेजी लाने की कोशिश कर रही है।