रोजगार और गांव के विकास की मांग को लेकर प्रदर्शन, क्या कंपनी निभाएगी अपना वादा?

इसलिए वे गांव के विकास और गांव के बेरोजगार युवाओं के लिए आज गेट पर बैठने को मजबूर हैं। विद्युत बाबू ने कहा कि जब तक फैक्ट्री अधिकारी वादे के मुताबिक काम नहीं करेंगे तब तक वे गेट पर बैठे रहेंगे। 

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Jagganath Mondal
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टोनी आलम एएनएम न्यूज़ : ग्रामीणों ने स्थानीय लोगों को रोजगार और गांव के विकास की मांग को लेकर जामुड़िया के गगन फेरोटेक फैक्ट्री के स्पिन टेक ट्यूब प्राइवेट लिमिटेड का गेट जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में हजारों ग्रामीण शामिल हुए। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, कुछ साल पहले फैक्ट्री के अधिकारियों ने गांव के सभी लोगों के साथ एक बैठक की थी, जिसमें यह वादा किया गया था कि फैक्ट्री गांव की बेरोजगारी की समस्या का समाधान करेगी और गांव का विकास करेगी । इस मामले को लेकर ग्राम विकास समिति ने कई बार फैक्ट्री अधिकारियों से चर्चा की थी। तब फैक्ट्री अधिकारियों ने वादा किया था कि फैक्ट्री खुलने से पहले स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा। लेकिन स्थानीय लोग देख रहे हैं कि फैक्ट्री खुलने के बाद से लगभग 5,000 लोग जो उत्तर प्रदेश या बिहार के निवासी हैं, फैक्ट्री में काम कर रहे हैं। लेकिन एक भी स्थानीय बेरोजगार युवक को नौकरी नहीं दी गयी। 

धसाल ग्राम विकास समिति के सचिव विद्युत बरन बाउरी ने बताया कि कुछ साल पहले फैक्ट्री के अधिकारी गांव के लोगों से जमीन मांगने आये थे। उस समय उन्होंने गांव के बेरोजगार युवाओं को नौकरी और गांव के विकास का वादा किया था। फैक्ट्री अधिकारियों के इस वादे के बाद गांव के लोगों ने 400 बीघा से ज्यादा जमीन फैक्ट्री अधिकारियों को बेच दी। उसके बाद उन्होंने गांव के विकास और बेरोजगार लड़कों के लिए फैक्ट्री अधिकारियों के पास कई बार आवेदन किया। फैक्ट्री अधिकारियों की ओर से वादा किया गया था कि फैक्ट्री खुलने के बाद गांव के बेरोजगार लड़कों को रोजगार दिया जाएगा और गांव का विकास किया जाएगा। लेकिन अब देखा जा रहा है कि इस फैक्ट्री में हजारों बाहरी खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग आकर काम कर रहे हैं।  फैक्ट्री अधिकारियों ने जमीन दाताओं को नौकरी देने के लिए एक समझौता किया था। उस समझौते के मुताबिक जमीन देने वालों को काम नहीं दिया जाता था। गांव के विकास की बात करें तो फैक्ट्री अधिकारी तरह-तरह की  दलील दे रहे हैं। इसलिए वे गांव के विकास और गांव के बेरोजगार युवाओं के लिए आज गेट पर बैठने को मजबूर हैं। विद्युत बाबू ने कहा कि जब तक फैक्ट्री अधिकारी वादे के मुताबिक काम नहीं करेंगे तब तक वे गेट पर बैठे रहेंगे। 

इस बारे में कंपनी के डायरेक्टर मलय कुमार चंद ने बताया कि इस समय कंपनी में जो बाहरी लोगों के काम करने की बात कही जा रही है वह सभी स्किल्ड वर्कर हैं और ठेकेदार के अधीन काम कर रहे हैं। अगर यह लोग अभी काम नहीं करेंगे तो कंपनी शुरू ही नहीं की जा सकेगी। कंपनी शुरू करने के बाद यहां के स्थानीय युवाओं को नौकरी दी जाएगी और यहां पर एक भी युवा बेरोजगार नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि जैसे ही कंपनी में उत्पादन शुरू हो जाएगा यहां के स्थानीय लोगों को कम दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि कंपनी द्वारा इलाके में किसी और तालाब पर अतिक्रमण करके काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के रोजगार को लेकर वह अपने उच्च अधिकारियों से बात करेंगे और 29 तारीख को इस मामले में अपना वक्तव्य देंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासियों के लिए श्मशान बनाने को लेकर कल से काम शुरू हो जाएगा।