राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के डीजी ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह ने बुधवार सुबह बाराबनी विधानसभा क्षेत्र के सालानपुर ब्लॉक स्थित बन्द हिंदुस्तान केबल्स परिसर का दौरा किया। चार सदस्यीय टीम ने पूरे फैक्ट्री परिसर समेत कारखाना के जमीनों का भी दौरा किया। इस दौरान टीम ने दूरी बनाए रखी और कोई टिप्पणी नहीं की, जिससे क्षेत्र के लोगों में जिज्ञासा पैदा हो गई है। गौरतलब है कि लंबे समय से बंद पड़े हिंदुस्तान केबल्स के इस निरीक्षण से स्थानीय लोगों में नई उम्मीद जगी है।
दूसरी ओर पूर्णवशन समिति के अध्यक्ष सुभाष महाजन ने कहा, "हर बार जब चुनाव का मौसम आता है, तो केंद्रीय एजेंसियां यहां निरीक्षण करने आती हैं। लेकिन हमारी एक ही मांग है - यहां नए उद्योग लगाए जाएं। जब उद्योग आएंगे, तभी क्षेत्र के आम लोगों के लिए रोजगार के अवसर मिलेगा।" हिंदुस्तान केबल्स, जो कभी उद्योग में एक प्रमुख नाम था, कई वर्षों से बन्द है। फिर भी, जब भी निरीक्षण की खबर फैलती है, तो स्थानीय निवासियों के दिलों में आशा की एक किरण जग जाती है। क्षेत्र के युवा लोग नए उद्योगों का सपना देख रहे है, जो उन्हें रोजगार के अवसर देगा। लेकिन बार-बार निरीक्षण के बावजूद कोई स्पष्ट परिणाम न मिलने से लोगों के मन में निराशा की भावना बनी हुई है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हर बार जब मैं सुनता हूं कि कोई मिलने आया है, तो मुझे लगता है कि इस बार कुछ हो सकता है। लेकिन हर बार उम्मीद टूट जाती है। फिर भी, हमने हार नहीं मानी है।" क्षेत्र के लोगों की यह प्रतीक्षा और चाहत एक मायावी स्वप्न की तरह है। निरीक्षण के बाद क्या कार्रवाई की जाएगी, इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।
यद्यपि स्थानीय लोग हिंदुस्तान केबल्स के भविष्य को लेकर चिंतित हैं, फिर भी वे आशावादी हैं। वे नई औद्योगिक संभावनाओं और रोजगार के अवसरों की प्रतीक्षा में हैं। अब इस क्षेत्र में सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरकार और संबंधित अधिकारी इस इंतजार को कब खत्म करेंगे।