केंद्र द्वारा बोनस की घोषणा, सीएलडब्लू श्रमिक यूनियन ने जताया विरोध

केंद्र सरकार ने दशहरा और दुर्गा पूजा से पहले रेलवे कर्मचारियों को बोनस की घोषणा कर बड़ा तोहफा दिया है। वही दिये जा रहे बोनस को अपमानजनक बता कर सीएलडब्लू श्रमिक संगठन ने बोनस का विरोध जताया है।

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Jagganath Mondal
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राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : केंद्र सरकार ने दशहरा और दुर्गा पूजा से पहले रेलवे कर्मचारियों को बोनस की घोषणा कर बड़ा तोहफा दिया है। वही दिये जा रहे बोनस को अपमानजनक बता कर सीएलडब्लू श्रमिक संगठन ने बोनस का विरोध जताया है। बुधवार कैबिनेट को बैठक में रेलवे के कर्मचारियों के लिए 78 दिनों के वेतन के बराबर उत्पादकता-आधारित बोनस को मंजूरी दे दी है। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिया गया है। रेलवे की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि प्रत्येक कर्मचारी को अधिकतम 17,951 रुपये तक का बोनस मिलेगा। यह बोनस रेल कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए दिया जा रहा है, जिन्होंने 2024-25 के वित्तीय वर्ष में भारतीय रेल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। बोनस दशहरे और दुर्गा पूजा से पहले दिया जाएगा।

वही घोषित बोनस को लेकर सीएलडब्लू के श्रमिक यूनियन(सीटू) महासचिव राजीव गुप्ता ने कहा हम श्रमिक यूनियन की ओर से इस बोनस का विरोध करते है और यह श्रमिकों के साथ धोखा के अलावा और कुछ नहीं है। न्यूनत्तम बोनस की घोषणा मज़दूरों और कर्मचारियों का अपमान है। सीटू ने पहले ही इस आशंका को समझते हुए, रेल मंत्रालय को बार-बार मामले में पत्र लिखा है। लेकिन अधिकतम 17950 रुपये बोनस की घोषणा, रेल कर्मचारियों के लिए सरकार का एक जुमला के अलावा और कुछ नहीं है! हम इस अपमानजनक बोनस की घोषणा का कड़ा विरोध एवं आने वाले दिनों में विरोध जताया जायेगा।