टोटो पर राज्य सरकार का बड़ा फैसला

सूत्रों के अनुसार, सभी टोटो नंबर प्राप्त होने के बाद, परिवहन विभाग की योजना अधिक संख्या वाले जिलों या शहरों में विषम और सम संख्या के आधार पर हर दूसरे दिन टोटो का संचालन सड़कों पर करने की है।

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Jagganath Mondal
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State Government Makes Major Decision on Totos

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: राज्य के शहरों और कस्बों में अनियंत्रित ढंग से चल रहे टोटो वाहनों की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण के लिए राज्य परिवहन विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि 30 नवंबर 2025 के बाद वही टोटो सड़कों पर चल सकेंगे, जिनके पास टेम्परेरी टोटो एनरोलमेंट नंबर (टीटीईएन) होगा।

शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने उक्त जानकारी दी। उनके साथ परिवहन सचिव डॉ सौमित्र मोहन एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। कसबा स्थित परिवहन विभाग दो में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 13 अक्टूबर को राज्य भर में एक साथ टोटो का पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होगी। जो 30 नवंबर तक जारी रहेगी। इस दौरान टोटो मालिकों को पंजीकरण के लिए परिवहन विभाग के वेबवसाइट पर ऑन लाइन आवेदन करना होगा। श्री चक्रवर्ती ने बताया कि पंजीकरण शुल्क 1000 रुपया जमा करना होगा। पंजीकरण की अवधि के छह महीने बाद 100 रुपये प्रति माह, यानी 12 महीनों में 1200 रुपये चार्ज लगेगा। उन्होंने बतायाकि टीटीईएन वाले टोटो को बीमा कवर के दायरे में भी लाया जायेगा।

सूत्रों के अनुसार, सभी टोटो नंबर प्राप्त होने के बाद, परिवहन विभाग की योजना अधिक संख्या वाले जिलों या शहरों में विषम और सम संख्या के आधार पर हर दूसरे दिन टोटो का संचालन सड़कों पर करने की है। यानी अलग-अलग टोटो अलग-अलग दिन चलेंगे। इस नियम को जनवरी 2026 तक लागू करने की योजना है। हालाँकि, इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी संबंधित नगर निगमों और नगर पालिकाओं और स्थानीय पुलिस थाने द्वारा की जाएगी।E-rickshaw Registration

जानकारी के मुताबिक, टीटीईएन पंजीकरण फिलहाल एक अस्थायी नामांकन संख्या होगी। नंबर प्लेट पर एक क्यूआर कोड होगा। राज्य के सभी टोटो इसी अस्थायी नामांकन संख्या से पंजीकृत होंगे। इनकी पूरी सूची संबंधित आरटीओ कार्यालयों में रखी जाएगी। राज्य सरकार के पास राज्य में वर्तमान में चल रहे टोटो की संख्या का रिकॉर्ड नहीं है। मंत्री ने स्वीकार किया कि टोटो की अनियंत्रित संख्या यातायात जाम और असुविधा का कारण बन रही है, लेकिन टोटो पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता। परिवहन विभाग इनके संचालन को नियंत्रित करने की योजना बना रहा है।