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एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: इस बार देवांशु भट्टाचार्य मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ में पंचमुख हो गये। उन्होंने कहा, "एक सदियों में एक ही ममता बनर्जी आती हैं। एक तरफ भाजपा का बुलडोजर मॉडल है, जो आंदोलनकारी डॉक्टरों पर एस्मा जारी करता है, दूसरी तरफ ज्योति बसु का जूनियर डॉक्टरों पर लाठीचार्ज। इनके विपरीत, ममता बनर्जी ने घोषणा की, "मैं आपके पास मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि दीदी के रूप में आई हूं। ..."
आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों से कहा, "मैं छात्र आंदोलन का नेतृत्व करके आगे आई हूं, मैंने जीवन में बहुत संघर्ष किया है, मैं आपके संघर्ष को समझती हूं। मुझे अपनी स्थिति की चिंता नहीं है। कल पूरी रात बारिश हुई, आप यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, मैं पूरी रात चिंतित थी। मैं उनका अकेले अध्ययन करूंगी। मैं आपकी मांगों का जरूर अध्ययन करूंगी। मैं अकेले सरकार नहीं चला रहा हूं, मुझे आपकी मांगों का अध्ययन करना होगा और उच्च अधिकारियों के साथ मिलकर उनका समाधान करना होगा। जो भी दोषी पाया जाए उसे दंडित किया जाना चाहिए। मैं आपसे कुछ समय मांगती हूं। आपके (प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के) खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। मैं आपसे काम पर लौटने का अनुरोध करती हूं। अस्पताल के विकास, बुनियादी ढांचे, सुरक्षा से जुड़े सभी काम शुरू हो गए हैं और आगे भी किए जाएंगे।"
এক শতাব্দীতে একটাই মমতা বন্দ্যোপাধ্যায় আসেন।
— Debangshu Bhattacharya Dev (@ItsYourDev) September 14, 2024
একদিকে বিজেপির বুলডোজার মডেল, আন্দোলনরত ডাক্তারদের উপর ESMA জারি করা, আরেকদিকে বাম জমানায় জ্যোতি বসুর জুনিয়র ডাক্তারদের উপর লাঠিচার্জ.. তাদের উল্টোদিকে দাঁড়িয়ে মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়ের ঘোষণা, "মুখ্যমন্ত্রী নয়, দিদি হিসেবে এসেছি… pic.twitter.com/8ILMJfhDFJ