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Govardhan Puja
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा की जाती है। यह दिवाली उत्सव का प्रमुख दिन है, जिसे श्री कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाकर गोकुल की रक्षा के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन घरों में गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज की आकृति बनाकर उसका पूजन किया जाता है। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का स्मरण करते हुए दान-दक्षिणा जैसे कार्य किए जाते हैं। हिंदू धर्म में गोवर्धन को प्रकृति की रक्षा का प्रतीक माना जाता है, जो दिवाली से अगले दिन मनाया जाता है। लेकिन इस बार गोवर्धन की तारीख को लेकर असमंजस बना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 अक्तूबर को शाम 5 बजकर 54 मिनट पर होगी। इसका समापन 22 अक्तूबर को रात 8 बजकर 16 मिनट पर होगा। तिथि के मुताबिक इस बार गोवर्धन पूजा का पर्व 22 अक्तूबर को मनाया जाएगा।
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