मानवता कल्याण के लिए फिर से जीवित हुए थे प्रभु यीशु

ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के तीसरे दिन ईस्टर का पर्व मानते है। इसे ईस्टर रविवार या ईस्टर संडे भी कहते हैं। ईस्टर संडे को ईसाई धर्म के लोग खुशी के पर्व के रूप में मनाते हैं। पादरी पॉल और भक्तों ने परमेश्वर की भक्ति के बारे में और क्या कहा? आइए सुनते हैं।

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Jagganath Mondal
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Pastor Paul

Lord Jesus was resurrected

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के तीसरे दिन ईस्टर का पर्व मानते है। इसे ईस्टर रविवार या ईस्टर संडे भी कहते हैं। ईस्टर संडे को ईसाई धर्म के लोग खुशी के पर्व के रूप में मनाते हैं। ईस्टर पर्व मनाने को लेकर ऐसी मान्यता है कि गुड फ्राइडे के दिन सूली पर चढ़ाए जाने के तीसरे दिन प्रभु यीशु पुनः जीवित हो गए थे। इसी खुशी में ईसाई धर्म के लोग ईस्टर प्रभु यीशु के जन्मदिन के रूप में भी मानते है। रविवार आसनसोल कुमारपुर के फुल गॉस्पेल चर्च में जश्न का खूबसूरत नजारा देखने को मिला। जहां हजारों की संख्या में ईसाई धर्म के लोगो ने  ईस्टर संडे हर्षोल्लास के साथ मनाया। इसी बीच हम एक ऐसे व्यक्ति से मिलते हैं जिन्होंने दक्षिण भारत से प्रभुभक्ति प्राप्त किया और एक कपड़े में आसनसोल की धरती में आकर बस गए। पादरी पॉल क्रिश्चियन ने कहा कि वह यहां प्रेम का संदेश फैलाने आए हैं। पादरी पॉल और भक्तों ने परमेश्वर की भक्ति के बारे में और क्या कहा? आइए सुनते हैं।