/anm-hindi/media/media_files/2025/11/04/sushmita-dev-2025-11-04-10-49-29.jpg)
Sushmita Dev
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद सुष्मिता देव ने एक बार फिर एसआईआर मुद्दे पर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि पश्चिम बंगाल में लागू किया जा रहा 'एसआईआर' दरअसल राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का ही दूसरा रूप है। उन्होंने इस मुद्दे पर भाजपा की रणनीति पर भी सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा, "एसआईआर को लेकर देश के सभी विपक्षी दल कह रहे हैं कि यह एक तरह का एनआरसी है। असम में एसआईआर लागू न होना ही इस बात का सबसे बड़ा सबूत है कि यह एनआरसी ही है।"
फिर भाजपा की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, "2013 से 2019 तक असम में एनआरसी का संचालन किया गया और इसमें 3 करोड़ लोगों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। अब अगर यहां एसआईआर आयोजित किया जाता है, तो सरकार को एनआरसी के परिणामों का जवाब देना होगा। भाजपा इस 'असहज स्थिति' से बचने के लिए असम में एसआईआर का संचालन नहीं कर रही है।"
/anm-hindi/media/agency_attachments/7OqLqVqZ67VW1Ewake8O.png)