एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: बसव जयंती के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 12वीं सदी के दार्शनिक और समाज सुधारक जगद्गुरु बसवेश्वर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। सोशल मीडिया पर साझा किए गए संदेश में सिंह ने बसवेश्वर के समानता, सेवा और नैतिक नेतृत्व के आदर्शों की सराहना की, और आधुनिक भारत में उनकी निरंतर प्रासंगिकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, "बसव जयंती पर हम महान संत-सुधारक जगद्गुरु बसवेश्वर को याद करते हैं, जिनके समानता, सेवा और नैतिक नेतृत्व के आदर्श पीढ़ियों को प्रेरित करते रहते हैं।" "सत्य और कर्म पर आधारित न्यायपूर्ण और समावेशी समाज का उनका दृष्टिकोण आज भी गहरी प्रासंगिकता रखता है।" सिंह ने आगे कहा कि बसवेश्वर की शाश्वत शिक्षाएँ एकता, सद्भाव और धार्मिक शासन के लिए प्रयास करने वाले समाज के लिए मार्गदर्शक प्रकाश प्रदान करती हैं। कायाका (समर्पित कार्य) और दासोहा (निस्वार्थ सेवा) पर उनके जोर ने जाति और वर्ग की बाधाओं को पार करते हुए एक प्रगतिशील और समावेशी सामाजिक व्यवस्था की नींव रखी। बसवेश्वर की जयंती का सम्मान करने और उनके द्वारा समर्थित मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक और भारत के अन्य हिस्सों में बसव जयंती मनाई जाती है। वचन आंदोलन के माध्यम से साहित्य, दर्शन और सामाजिक सुधार में उनके योगदान ने भारतीय समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी है।