स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: आधार नंबर (Aadhaar number) भारत के प्रत्येक नागरिक की व्यक्तिगत पहचान के लिए दिया जाता है। इसके माध्यम से एक नागरिक की सारी जानकारी सरकार के घर में होती है। बताया जा रहा है कि यह डेटाबेस (database) पूरे राज्य में सर्वे कराकर तैयार किया जाएगा। अब राज्य सरकार हर परिवार को विशिष्ट पहचान देना चाहती है। जैसे आधार के मामले में व्यक्तियों की जानकारी सरकार के पास संग्रहीत होती है, ऐसे में राज्य सरकार इस प्रणाली के माध्यम से प्रत्येक परिवार की जानकारी रखेगी।
संयोगवश, कर्नाटक (Karnataka) में 'कुटुम्ब' (Kutumb) नाम की एक व्यवस्था चल रही है। पश्चिम बंगाल सरकार परिवार-वार डेटा संग्रहीत करने के लिए इस पद्धति का पालन करना चाहती है। बताया गया है कि इस नई प्रणाली को शुरू करने के लिए खाद्य साथी को मानक माना जाएगा। प्रशासनिक पर्यवेक्षकों के एक वर्ग का कहना है कि यह प्रणाली परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी सरकार के हाथ में रखेगी। परिणामस्वरूप, सरकार सेवा प्राप्तकर्ताओं की बढ़ती संख्या के अनुसार पहले से ही एक विचार बना सकती है।