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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: चार दिवसीय त्योहार में सूर्य और छठी मैया की पूजा होती है। ये व्रत काफी कठिन माना जाता है क्योंकि इस व्रत को कठोर नियमों के अनुसार 36 घंटे तक रखा जाता है। छठ पर्व में मुख्यतः सूर्य देव को अर्घ्य देने का सबसे ज्यादा महत्व माना गया है। छठ पूजा के लिए दो बड़े बांस की टोकरी लें, जिन्हें पथिया और सूप के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए बांस या पीतल की टोकरी या सूप इस्तेमाल करना चाहिए।
भगवान सूर्य को अर्घ्य देने की विधि
सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सर्वप्रथम एक साफ लोटा लें। उसमें पवित्र जल भर लें। लोटे के जल में आप कच्चे दूध की बूंदे, अक्षत और लाल चंदन को डाल लें। साथ ही फूल की कुछ पत्तियां भी इसमें डाल दें। अब सूर्य देवता की ओर मुख कर लें। मन में सूर्य मंत्र का जाप करते हुए आप धीरे-धीरे जलधारा प्रवाहित कर अर्घ्य दें। इससे लंबी आयु और सुखी जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यही नहीं मन से सभी नकारात्मकता दूर होती हैं।