GPS कॉलर और QR कोड से होगी आवारा कुत्तों की गतिविधियों पर नज़र!

शिमला नगर पालिका (एसएमसी) नागरिकों को आवारा कुत्तों के काटने से सुरक्षित रखने और उनके व्यवहार पर नज़र रखने के लिए एक अभिनव पहल करने जा रही है।

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Jagganath Mondal
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: शिमला नगर पालिका (एसएमसी) नागरिकों को आवारा कुत्तों के काटने से सुरक्षित रखने और उनके व्यवहार पर नज़र रखने के लिए एक अभिनव पहल करने जा रही है। अब से शहर के हर आवारा कुत्ते को जीपीएस कॉलर और क्यूआर कोड लगाया जाएगा। इस परियोजना के तहत, कुत्तों की गतिविधियों पर डिजिटल रूप से नज़र रखी जाएगी। इसके ज़रिए शिमला नगर पालिका सभी आवारा कुत्तों के व्यवहार, उनकी मौजूदगी किन इलाकों में ज़्यादा है और वे कहाँ से कहाँ जा रहे हैं, इसकी विस्तृत जानकारी जुटा सकेगी। इस जानकारी के आधार पर कुत्तों की आबादी नियंत्रित करने और इंसानों के साथ उनके टकराव को कम करने के लिए और प्रभावी रणनीति बनाना संभव हो सकेगा।अब देश में बढ़ रहा आवारा कुत्तों का आतंक' 'लोगों का चलना-फिरना हुआ कठिन' -  now the menace of stray dogs is increasing in the country-mobile

जीपीएस ट्रैकिंग के अलावा, शिमला नगर निगम ने आवारा कुत्तों के लिए टीकाकरण और नसबंदी अभियान भी शुरू किया है। इससे रेबीज की रोकथाम और शहर में कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।