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Goddess Lakshmi
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: दिवाली आज है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, दिवाली की रात बेहद खास और महत्वपूर्ण मानी जाती है। दिवाली की रात को महानिशा या सिद्धि रात्रि भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस रात किए गए सभी आध्यात्मिक उपाय और अनुष्ठान शुभ फल प्रदान करते हैं। इस दिन पूरे घर को दीयों और रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया जाता है। आसमान में आतिशबाजी भी की जाती है और देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
जानकारी के मुताबिक, दिवाली पर शुद्ध घी से भरा सात या नौ मुखी दीपक जलाना देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि दिवाली की रात सात या नौ मुखी दीपक जलाने से घर में धन, स्वास्थ्य और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है। आप इस दीपक को अपने पूजा स्थल या मुख्य द्वार पर रख सकते हैं। दीपक में शुद्ध घी और रुई की बत्ती का प्रयोग करने से और भी शुभ परिणाम मिलते हैं।
दिवाली पर सबसे पहले तुलसी के पेड़ के पास एक दीया रखें। ऐसा भी माना जाता है कि दिवाली पर जलाया जाने वाला पहला दीया तुलसी के पेड़ के सामने ही रखना चाहिए। तुलसी के पेड़ के सामने दीया जलाने के कई धार्मिक और ज्योतिषीय कारण हैं। ऐसा घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने, नकारात्मकता को दूर करने और देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। माना जाता है कि तुलसी के पौधे के पास दीया जलाने से सुख, समृद्धि, शांति आती है और आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं।
धनलक्ष्मी पोटली का विशेष महत्व है:
दिवाली की रात लक्ष्मी पूजा के दौरान धनलक्ष्मी पोटली बनाकर देवी लक्ष्मी के चरणों में रखना अत्यंत शुभ माना जाता है।
देवी लक्ष्मी को मखाने की खीर का भोग अवश्य लगाएँ:
दिवाली की पूजा में देवी लक्ष्मी को मिठाई के साथ मखाने की खीर का भोग लगाएँ। देवी लक्ष्मी को मखाने की खीर का भोग लगाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और घर में धन-संपत्ति और मान-सम्मान की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
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