नकली पनीर के काले कारोबार का पर्दाफाश!

जानकारी के मुताबिक, इस पनीर को बनाने का सलीका राजस्थान से आए कारीगर सीखा रहे हैं। एफएसडीए ने इन कारीगरों की धर पकड़ के लिए पुलिस से मदद मांगी है। डॉक्टरों का कहना है कि यह पनीर लोगों को कई तरह की बीमारियां दे रहा है।

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Jagganath Mondal
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Fake Paneer

Fake paneer trade exposed

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: प्रदेश में धड़ल्ले से यूरिया, डिटर्जेंट मिलाकर नकली पनीर बनाई जा रही है। इसे चमकदार बनाने के लिए टिनोपाल और आला का प्रयोग किया जा रहा है, जो पनीर की विषाक्तता को बढा दे रहा है। जानकारी के मुताबिक, इस पनीर को बनाने का सलीका राजस्थान से आए कारीगर सीखा रहे हैं। एफएसडीए ने इन कारीगरों की धर पकड़ के लिए पुलिस से मदद मांगी है। डॉक्टरों का कहना है कि यह पनीर लोगों को कई तरह की बीमारियां दे रहा है।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) की ओर से पनीर, खोवा एवं उससे बनी मिठाइयों की जांच कराई जा रही है। जांच अभियान आठ अक्तूबर से शुरू हुआ है, जो 17 अक्तूबर तक चलेगा। इस बीच करीब डेढ़ करोड़ की पनीर, खोवा व अन्य सामग्री नष्ट कराई गई है। नोएडा, हापुड़, मेरठ, आगरा, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, बरेली, गोरखपुर सहित विभिन्न जिलों में पकड़ी गई नकली पनीर के मामले में चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। एफएसडीए के अधिकारियों ने बताया कि नकली पनीर में दूध के बजाय पाम ऑयल, डिटर्जेंट, यूरिया, और सिंथेटिक केमिकल मिलाए जाते हैं।