अमित शाह ने आज़ाद चुनाव और लोकतंत्र की रक्षा पर दिया ज़ोर

अमित शाह ने ज़ोर देकर कहा कि SIR प्रोसेस नया नहीं है और यह लंबे समय से चुनावी प्रोसेस का हिस्सा रहा है। लेकिन यह 2004 से ही राजनीतिक बहस के सेंटर में रहा है।

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Jagganath Mondal
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Amit Shah emphasizes free elections and the protection of democracy

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में चुनाव सुधारों पर बहस के दौरान स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रोसेस के खिलाफ लगे आरोपों पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने साफ किया कि यह प्रोसेस चुनावी ट्रांसपेरेंसी और डेमोक्रेसी की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है और पहले किसी भी पार्टी ने इसका विरोध नहीं किया है।

अमित शाह ने ज़ोर देकर कहा कि SIR प्रोसेस नया नहीं है और यह लंबे समय से चुनावी प्रोसेस का हिस्सा रहा है। लेकिन यह 2004 से ही राजनीतिक बहस के सेंटर में रहा है।

उन्होंने कहा, "2004 तक, किसी भी पार्टी ने SIR प्रोसेस पर एतराज़ नहीं किया, क्योंकि इसे चुनावों को साफ़ रखने और डेमोक्रेसी को बचाने के लिए बनाया गया था। अगर वोटर लिस्ट ही करप्ट है, तो चुनाव कैसे फ्री और फेयर हो सकते हैं?"