बुढ़ापे में भी रहना चाहते हैं स्वस्थ और फिट तो इन बातों का ध्यान रखें

साँस लेना सभी आसनों से आसान है। यह आसन आराम करने के लिए आदर्श है। फर्श पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। सोते समय अपनी मांसपेशियों को आराम दें। फिर सांस छोड़ें। यह आसन तंत्रिका तंत्र को आराम देने में मदद करता है। तन और मन को शांति देता है।

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Kalyani Mandal
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स्टाफ रेपोटर, एएनएम न्यूज़ : तन और मन को तरोताजा रखने के लिए योग सबसे अच्छा व्यायाम है। आपके लिए सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए उत्प्रेरक का काम करता है। हालांकि, योगासन के लिए हड्डियों की मजबूती की जरूरत होती है। बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होती हैं। नतीजतन, बुजुर्ग हर तरह के योगासन नहीं कर पाते हैं। हालांकि कुछ आसन ऐसे भी हैं जिन्हें बुजुर्ग भी आसानी से कर सकते हैं। 

व्यायाम  करने के तरीके :

1. सीधे खड़े हो जाएं और अपने एक पैर को दूसरे पैर की भीतरी जांघ पर रखें। अब अपने दोनों हाथों को आपस में मिलाकर प्रणाम करें। इस पोजीशन में कम से कम 60 सेकेंड तक खड़े रहें। वर्टिकल शोल्डर सीट आपकी छाती, फेफड़े और पीठ को खोलने में मदद करती है।

2.अब अपने घुटनों को इस तरह मोड़ें कि दोनों पैरों के तलवे आपस में स्पर्श करें। घुटनों को ऊपरी शरीर से आगे बढ़ना चाहिए। इसे बटरफ्लाई पोजीशन के नाम से भी जाना जाता है। बुजुर्ग के लिए यह आसन बहुत फायदे मन्द है। यह उनके कूल्हों को सक्रिय करता है। जिससे कमर दर्द कम होता है।

3. साँस लेना सभी आसनों से आसान है। यह आसन आराम करने के लिए आदर्श है। फर्श पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं। सोते समय अपनी मांसपेशियों को आराम दें। फिर सांस छोड़ें। यह आसन तंत्रिका तंत्र को आराम देने में मदद करता है। तन और मन को शांति देता है।