स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: पश्चिम बंगाल के उन पीड़ित हिंदू परिवारों की आवाज़ सुनाएंगे। जिनका दर्द उनकी मुख्यमंत्री को या तो दिख नहीं रहा या फिर वो नजरअंदाज कर रही हैं। क्या आपको नहीं लगता कि आज के पश्चिम बंगाल की हालत 1990 के दशक के जम्मू-कश्मीर जैसी हो गई है। जिस तरह कश्मीर में हिंदुओं की सरेआम हत्या कर दी जाती थी। उनके घरों को लूटा जाता था। उन्हें अपना घर-गांव-शहर छोड़कर भाग जाने के लिए मजबूर किया जाता था। इन दिनों बंगाल के मुर्शिदाबाद में भी यही हालात हैं। 500 से 700 हिंदू परिवार अपना घर-गांव छोड़कर भागने के लिए मजबूर हो गए। और इस समय मालदा के एक स्कूल में रह रहे हैं। आप कह सकते हैं, कि आज़ाद हिंदुस्तान में सैकड़ों हिंदू परिवार शरणार्थी बन गए हैं। एक तरह से कैद हो गए हैं।