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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : क्या दुपहिया वाहनों द्वारा लापरवाही से गाड़ी चलाना अधिकांश दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार है? क्या पुलिस अक्सर तेज रफ्तार दोपहिया वाहनों पर नरम रुख अपनाती है? अधिकांश कोलकातावासियों (Kolkata News) का मानना है कि मोटरसाइकिल और स्कूटर चालक नियमों का उल्लंघन करते हैं और यातायात में टेढ़े-मेढ़े रास्ते चलते हैं। इस तरह की लापरवाही से गाड़ी चलाने से न केवल दोपहिया वाहन चलाने वाले व्यक्ति और पीछे बैठे व्यक्ति को खतरा होता है, बल्कि वाहन के चालक को भी खतरा (Dangerous driving) होता है, चाहे वह कार हो या बस या ट्रक। दोपहिया वाहनों से जुड़ी दुर्घटनाओं के कई मामले सामने आए हैं जिनमें मोटरसाइकिल या स्कूटर सवारों को चोट लगी है। ताजा घटना में, रेड रोड के पास फोर्ट विलियम के सामने, एक स्कूटर पर सवार तीन युवा लड़कों ने हेलमेट नहीं पहना था और जाहिर तौर पर अचानक कार के सामने आ गए थे। शहर के दौरे से पता चला कि ऐसे घातक मामलों के बाद भी, पार्क सर्कस, एस्प्लेनेड, टोपसिया, तंगरा, राजाबाजार, किडरपोर, मा फ्लाईओवर, गरियाहाट, मानिकतला, श्यामबाजार, बेहाला जैसे संवेदनशील दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में दोपहिया वाहनों द्वारा खराब सवारी जारी रही। और टॉलीगंज ज़िन ज़ैगिंग और बिना हेलमेट के तेज़ गति से गाड़ी चलाना। एएनएम न्यूज़ ने यातायात पुलिसकर्मियों द्वारा दूसरी ओर मुड़ते हुए कुछ गंभीर उल्लंघनों को देखा।
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