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Maulana Mahmood Madani
उन्होंने बताया कि यदि कहीं अन्याय हो रहा हो और उसके खिलाफ आवाज उठाई जाए, तो वह भी जिहाद का एक रूप है। वंदे मातरम को लेकर अपनी पूर्व टिप्पणी पर पूछे गए प्रश्न के जवाब में मौलाना मदनी ने कहा कि वर्तमान समय में इसे “जबरदस्ती” करवाया जा रहा है।