मौलाना महमूद मदनी ने जिहाद का अर्थ किया स्पष्ट !

उन्होंने बताया कि यदि कहीं अन्याय हो रहा हो और उसके खिलाफ आवाज उठाई जाए, तो वह भी जिहाद का एक रूप है। वंदे मातरम को लेकर अपनी पूर्व टिप्पणी पर पूछे गए प्रश्न के जवाब में मौलाना मदनी ने कहा कि वर्तमान समय में इसे “जबरदस्ती” करवाया जा रहा है।

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Jagganath Mondal
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Maulana Mahmood Madani

Maulana Mahmood Madani clarified the meaning of Jihad!

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने एक साक्षात्कार में जिहाद के वास्तविक अर्थ को लेकर हो रहे भ्रम पर बात की। उन्होंने कहा कि जिहाद के कई अर्थ होते हैं, लेकिन उसका सबसे बड़ा और मूल अर्थ है। अपने लक्ष्य को स्पष्ट रखना और अपने चरित्र व व्यक्तित्व को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास करना।

उन्होंने बताया कि यदि कहीं अन्याय हो रहा हो और उसके खिलाफ आवाज उठाई जाए, तो वह भी जिहाद का एक रूप है। वंदे मातरम को लेकर अपनी पूर्व टिप्पणी पर पूछे गए प्रश्न के जवाब में मौलाना मदनी ने कहा कि वर्तमान समय में इसे “जबरदस्ती” करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा “जगह-जगह यह कहा जा रहा है कि इसे बोलना ही पड़ेगा… यह ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ नहीं है।”