एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: मुंबई (Mumbai) के अलावा हमारे राज्य (West Bengal) में भी गणेश चतुर्थी (Gansh chaturthi) बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। बहुत से लोग इस चतुर्थी तिथि पर घर पर गणेश पूजा करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने के नियम भी हैं। पूजा कैसे करें? गणेश पूजा (Ganesh Puja) के दिन सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करना चाहिए। उसके बाद माथे पर तिलक काटें और आसन को पूर्व की ओर मुख करके फैलाकर पूजा के लिए बैठें। गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते समय लकड़ी की चौकी या गेहूं, चना और जोअर के ऊपर लाल कपड़ा बिछाना चाहिए। फटे आसन पर न बैठें। गणेश जी को घर के उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। गणेश स्थापना के बाद नवग्रह, सोलहवीं मातृका आदि बनाएं। पूजा की शुरुआत से लेकर अंत तक ओम श्रीगणेशाय नम: या ओम गोंग गणपतये नम: मंत्र का जाप करें। आसन करने के बाद गणेश जी को स्नान कराएं। फिर गणेश जी को उनके पसंदीदा लड्डू दें। अंत में गणेश जी की आरती उतारकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करें।